नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडाः डीजल-पेट्रोल से चलने वाले वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए फ्लेक्स फ्यूल पर आधारित गाड़ियों को भविष्य में चलाया जाएगा. इससे प्रदूषण से काफी हद तक राहत मिलेगी. इसी को देखते हुए फ्लेक्स फ्यूल पर आधारित गाड़ियों को ऑटो एक्सपो में अनवील किया गया, जो जल्द भारत को सड़कों पर देखने को मिलेगा. इसी कड़ी में मारुति सुजुकी ने ऑटो एक्सपो 2023 में वैगनआर मॉडल को शोकेस किया है, इसमें एथेनॉल फ्यूल पर आधारित 1197 सीसी का इंजन दिया गया है. वहीं, टोयोटा ने कोरोला अल्टिस कार का कॉन्सेप्ट मॉडल पेश किया है. यह दोनों कारें जल्द ही आपको भविष्य में सड़कों पर नजर आएंगी.
ऑटो एक्सपो 2023 में एथेनॉल फ्यूल से चलने वाली गाड़ियों को भी दिखाया गया है. यह भविष्य का ईंधन है, जिससे निकट भविष्य में गाड़ियां चलेंगी. इसमें मारुति सुजुकी ने वैगनआर का कांसेप्ट मॉडल फ्लेक्स फ्यूल कार को ऑटो एक्सपो में शोकेस किया है. यह कार दूर से देखकर सामान्य कारों की तरह ही है. आप अंदाजा नहीं लगा पाएंगे कि यह फ्लेक्स फ्यूल कार है, लेकिन कंपनी ने इसके कलर को थोड़ा से रेगुलर मॉडल से अलग बनाया है. अभी यह कार कांसेप्ट मॉडल के रूप में पेश की गई है. भविष्य में इस को भारत में लाया जाएगा.
ऑटो एक्सपो 2023 में टोयोटा ने भारत की पहली फ्यूल-फ्लेक्स इंजन कार से पर्दा उठाया है. यह टोयोटा कि कोरोला अल्टिस (Corolla Altis) सेडान है, जो हाइब्रिड पावरट्रेन के साथ आती है. इस पायलट परियोजना के तहत गाड़ी पूरी तरह से वैकल्पिक ईंधन ‘एथनॉल’ से चल सकती है. भारत में पेश किया जाने वाला मॉडल ब्राजील से लाया गया है और लेफ्ट हेंड ड्राइव कार है. इसका इस्तेमाल भारत में टोयोटा के लिए एक डेमो के रूप में किया जा रहा है.
क्या होता हे फ्लेक्स फ्यूल्स इंजन: फ्लेक्स फ्यूल एक ऐसा इंजन होता है, जिसमें पेट्रोल और इथेनॉल/मेथेनॉल के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया जा सकता है. इस प्रकार के फ्यूल को फ्लेक्स या फ्लेक्सिबल फ्यूल कहते हैं. इंजन को दो या दो से अधिक फ्यूल पर चलने में सक्षम बनाने के लिए पेट्रोल इंजन में कुछ बदलाव करने पड़ते हैं. यह इंजन 100 फीसदी पेट्रोल और 100 फीसदी ईथनॉल पर भी चलने में सक्षम होता है. फिलहाल ऐसी गाड़ियों का इस्तेमाल ब्राजील, कनाडा और यूएसए में किया जाता है.