नई दिल्ली: किसान क्रांति यात्रा 2018 कि वर्षगांठ पर भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए हैं. यहां पर किसानों का हवन शुरू हो गया हैं. करीब 200 किसान हवन में शामिल हुए हैं. इसमें एक दर्जन महिलाएं भी हैं. भारतीय किसान यूनियन की तरफ से किसान क्रांति यात्रा 2018 कि वर्षगांठ पर हवन करने का आह्वान किया गया था. हवन कि तैयारीया शुरू हो गई हैं. किसानों के हवन के मद्देनजर गाजीपुर अंडरपास की ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है. इसके साथ ही सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. भारी संख्या में पुलिस की टीम मौके पर मौजूद है. आपात स्थिति के लिए दमकल की टीम भी मौजूद है.
इसी दिन 2 अक्टूबर को ही 2018 में किसान क्रांति यात्रा हरिद्वार से चलकर गांधी जी की समाधि दिल्ली जानी थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने किसानों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार करते हुए लाठी चार्ज, अश्रु गैस गोले आदि का प्रयोग किया था. सर्वसम्मति से उसी दिन घोषणा की गई थी और गाजीपुर बॉर्डर का नाम बदलकर किसान क्रांति गेट रख दिया गया. तभी से इस दिन को याद करने के लिए, किसान हवन आदि प्रोग्राम करते हैं. गाजीपुर बॉर्डर का नाम बदलकर किसान क्रांति गेट रख दिया गया और तभी से इस दिन को याद करने के लिए, किसान यहां किसान क्रांति गेट पर आते हैं और हवन कार्यक्रम करते हैं.
बता दें कि 2 अक्टूबर 2018 वाले दिन किसानों ने यूपी गेट पर उपवास भी रखा है. शुरुआत 5 किसानों से की गई थी, लेकिन धीरे-धीरे अन्य किसान भी उपवास का हिस्सा बर रहे हैं. शाम तक यह उपवास चलता है. किसानों का कहना है कि साल 2018 में जो आंदोलन किया गया था वह सफल हुआ था और उनकी मांगे मानी गई थीं. उन्हें उम्मीद है कि कृषि कानून के खिलाफ चल रहा उनका आंदोलन भी जरूर सफल होगा.
ये भी पढ़ें : Gandhi Jayanti: राकेश टिकैत के संगठन का आह्वान, सोमवार सुबह गाजीपुर बॉर्डर पर जुटेंगे किसान