नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया थाना पुलिस की टीम ने नकली नोट की तस्करी और सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने भारत और नेपाल के चार तस्करों को गिरफ्तार किया है. ये तस्कर भारत और नेपाल के नकली नोटों की सप्लाई करते हैं. गिरफ्तार आरोपियों के पास से 18.54 लाख की कीमत का भारतीय नकली नोट और 46.60 लाख की कीमत का नेपाली नकली नोट बरामद हुआ है.
आनंद विहार बस अड्डे पर गिरफ्तारी: पूर्वी दिल्ली जिला की डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान बिहार निवासी दिनेश, यूपी निवासी छविराम, इमरान और आसिब के तौर पर हुई है. डीसीपी ने बताया कि 28 सितंबर को पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया थाना में तैनात हेड कांस्टेबल राजेश ने एक संदिग्ध युवक के बैग की तलाशी आनंद विहार बस अड्डे पर ली. युवक के बैग से 100 के 446 नकली नोट और 200 के 377 नकली नोट पाए गए.
चार तस्कर मिलकर चलाते थे गैंग: आरोपी को पकड़कर पूछताछ करने पर उसने खुलासा किया कि उसने बदायूं के रहने वाले अपने साथी इमरान और आसिब से नकली नोट लिया है. जानकारी के बाद पुलिस की टीम ने बदायूं में छापा मारकर इमरान और आसिब को गिरफ्तार कर लिया, आसिब के पास से 45000 और इमरान के पास से 42000 के नकली नोट बरामद किए गए.
तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि उसके गैंग का सरगना बिहार का रहने वाला है और उसका नाम दिनेश है. वो उन्हें नकली नोट उपलब्ध कराता है. पुलिस की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर बिहार के मुजफ्फरपुर से दिनेश को गिरफ्तार कर लिया. दिनेश के पास से भारतीय नकली नोट के साथ ही नेपाली नकली नोट भी बरामद हुए.
नकली नोट बनाने का सामान बरामद: पुलिस ने दिनेश के पास से नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला प्रिंटर, स्कैनर सहित अन्य सामान बरामद किया. दिनेश से पूछताछ पर उसने बताया कि वह पहले नेपाल से नकली नोट लाकर उसे भारतीय बाजारों में सर्कुलेट करता था. इसके बदले में उसे 10% कमीशन मिलता था. इसके बाद वह खुद नकली नोट बनाना सीख गया और वह इंडियन और नेपाली नोट बनाने लगा. उसने अपने गिरोह में छविराम ,इमरान और आसिब को शामिल कर नकली नोट की सप्लाई करने लगा.