नई दिल्ली: 2015 के विधानसभा चुनाव में कोंडली से आम आदमी पार्टी के मनोज कुमार ने चुनाव जीता था. उसके बाद से मनोज कुमार कई मामलों को लेकर विवादों में भी रहे, लेकिन जनता के बीच कितना रहे, इस सवाल का जवाब हमें खुद जनता ने दिया.
त्रिलोकपुरी बी ब्लॉक के सामने रोजमर्रा की तरह लोग ताश खेल रहे थे. ईटीवी भारत का माइक देखकर वो आगे आए और फिर कुछ इस तरह अपनी बात रखी-
बीते 5 साल में विधायक मनोज कुमार एक-दो बार ही नजर आए हैं. विधायक तक किसी बात को लेकर शिकायत पहुंचाने के बावजूद कभी कोई काम नहीं हुआ. उनकी तरफ से कुछ सकारात्मक कदम नहीं उठाए जाते.
'20 हजार मिलते हैं दौरे के लिए'
एक शख्स ने तो यहां तक कहा कि विधायक को जनता के बीच दौरे के लिए प्रति महीने 20 हजार रुपए मिलते हैं, लेकिन हमारे विधायक ने अब तक हमसे आकर मिलना मुनासिब नहीं समझा. उसकी बात हमने विधायक तक भी पहुंचाई. विधायक मनोज कुमार ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और 20 हजार रुपए की बात करने वाले उस शख्स से वो मिलना चाहेंगे.
गाजीपुर लैंडफिल साइट बड़ी समस्या
कोंडली इलाके की एक महत्वपूर्ण समस्या गाजीपुर लैंडफिल साइट है. यहां से कूड़े का पहाड़ ना सिर्फ साफतौर पर नजर आता है, बल्कि उसकी दुर्गंध भी महसूस की जा सकती है. विधायक मनोज कुमार का दावा है कि उन्होंने इस समस्या के समाधान की दिशा में कई कदम उठाए, लेकिन केंद्र सरकार और एमसीडी की तरफ से पहल नहीं हुई.
विधायक से नाराजगी लेकिन वोट 'आप' को
हमारी टीम ने जितने लोगों से बातचीत की, ज्यादातर का यही कहना था कि उन्होंने पिछली बार आम आदमी पार्टी को ही वोट दिया था. हालांकि लोग विधायक से खूब नाराज हैं.
इस बार किसे वोट देंगे, इस सवाल पर कुछ अजीबोगरीब जवाब सामने आया. वो जवाब था-
विधायक ने काम नहीं किया. विधायक क्षेत्र में नजर नहीं आए. विधायक से नाराजगी है, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने काम किया है, इसलिए आम आदमी पार्टी को ही वोट देंगे.