नई दिल्ली/नोएडा: राजस्थान के कोटा में शनिवार को एल्विश यादव को नाकेबंदी के दौरान राजस्थान पुलिस ने रोका था. वहां पर उससे पूछताछ की गई. नोएडा में मुकदमा दर्ज होने के मामले में नोएडा पुलिस से वहां की पुलिस ने संपर्क किया. नोएडा पुलिस का वांटेड न होने के चलते पूछताछ के बाद कोटा पुलिस ने एल्विश यादव को जाने दिया. नोएडा पुलिस का कहना है एल्विश यादव के मामले में सिर्फ अभी जांच चल रही है, वह वांटेड नहीं है.
नोएडा पुलिस का वांछित नहीं है एल्विश यादव: रेव पार्टी से लेकर सांपों की तस्करी और सांपों के जहर को पार्टी में परोसने के मामले में एल्विश यादव के ऊपर नोएडा के थाना सेक्टर 49 में दर्ज हुए मुकदमे के बाद से एल्विश यादव और अधिक लाइमलाइट में आ गया. जिसके चलते शनिवार देर शाम राजस्थान के कोटा में चुनावी माहौल के दौरान चेकिंग के दौरान बताया जा रहा है कि पंजाब नंबर की कार में कुछ लोग सवार थे और उन्हें जब कोटा पुलिस ने रोका तो कार सवार एक युवक ने अपना नाम एल्विश यादव बताया. इसके बाद कोटा की पुलिस द्वारा नोएडा की पुलिस से संपर्क किया गया, जिसमें नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश यादव वांटेड न होने की बात कही गई, जिसके बाद पूछताछ के उपरांत एल्विश को जाने दिया गया.
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नहीं की गई गिरफ्तारी: एल्विश यादव की गिरफ्तारी के संबंध में गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरी की मीडिया सेल की तरफ से जानकारी दी गई है कि नोएडा पुलिस द्वारा कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है. वही नोएडा पुलिस मामले की जांच प्रचलित होने की बात कह रही है. जो भी तथ्य निकाल कर सामने आएंगे उसके आधार पर अग्रिम विधि कार्यवाही की जाएगी.
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