नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने लक्ष्मी नगर के विकासमार्ग स्थित यमुना घाट पर खेलते हुए चार वर्षीय बच्चे के अपहरण की गुत्थी को मात्र आठ घंटों में सुलझा लिया है. साथ ही बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है. इसमें एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. मामले को दिल्ली पुलिस ने एएनपीआर (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्नाइजेशन) सिस्टम के जरिए सुलझाया.
दरअसल दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी की यमुना घाट से एक चार वर्षीय बच्चे का अपहरण कर लिया गया है. वह अपने भाई सद्दाम (12) के साथ खेल रहा था. इसी दौरान एक व्यक्ति वहां आया और बच्चे को मोटरसाइकिल पर बैठाकर फरार हो गया. बच्चे के पिता मोहम्मद इस्लाम द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के बाद सेंट्रल जिले के डीसीपी संजय सैन ने पुलिस की एक टीम का गठन कर जांच शुरू की.
इसके तहत यमुना ब्रिज पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगालने का काम शुरू किया गया. फुटेज में मोटरसाइकिल के नंबर प्लेट साफ दिखाई न देने के चलते पुलिस ने ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्नाइजेशन तकनीक का सहारा लिया और नंबर प्लेट की स्कैनिंग कर वाहन मालिक का नाम और पता निकाला. बाद में पता चला कि मोटरसाइकिल का मालिक राशिद नाम का व्यक्ति था, जो मोटरसाइकिल को बहुत पहले ही बेच चुका था.
इसके बाद राशिद ने उससे मोटरसाइकिल खरीदने वाले शख्स का नंबर दिया. पुलिस ने दिए हुए नंबर की सर्विलांस के जरिए जांच की तो आरोपी का लोकेशन मथुरा रोड स्थित आली गांव मिला. इसके बाद पुलिस ने बिना देर किए इस पते पर छापा मारकर आरोपी जगत पाल (38) को गिरफ्तार किया और बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया.
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह सिक्योरिटी गार्ड का काम करता है और उसकी 13 और 7 साल की दो बेटियां हैं. वह रोज कृष्णा नगर आते जाते हुए यमुना के किनारे गरीब बच्चों को खेलते हुए देखता रहता था और, बेटे के लालच में बच्चा चुराने का अपराध कर बैठा. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को बरामद कर लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.