नई दिल्ली: बुजुर्गों को सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाने वाले एक गैंग का शाहदरा जिला की साइबर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गैंग के सरगना को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया है. इसके पास से साइबर क्राइम में इस्तेमाल मोबाइल और सिम बरामद हुआ है. मोबाइल में 140 से ज्यादा पीड़ितों के वीडियो रिकॉर्ड मिले हैं.
डीसीपी रोहित मीना ने बुधवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजस्थान के भरतपुर निवासी अलामुद्दीन के तौर पर हुई है. उन्होंने बताया कि एक बुजुर्ग ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्हें एक अज्ञात व्हाट्सएप वीडियो कॉल प्राप्त हुआ था, जिसमें एक लड़की बिना कपड़ों के बैठी थी और उसके बाद कॉल काट दी गई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि लड़की ने शिकायतकर्ता के चेहरे के साथ स्क्रीनशॉट लिया. फिर कुछ देर बाद उनके पास दो अन्य नंबर से फोन आया, और वे कह रहे थे कि वे साइबर क्राइम दिल्ली से बोल रहे हैं. कथित स्क्रीन शॉटवायरल होने वाला है.
उन्होंने पीड़ित को धमकी दी कि वे उन्हें एक बड़ी राशि का भुगतान करें अन्यथा वीडियो वायरल हो जाएगा और उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. शिकायतकर्ता ने वीडियो वायरल होने के डर से जालसाज द्वारा दिए गए बैंक खाते में 47076 रुपये की राशि ट्रांसफर कर दी. पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई.
तकनीकी जांच के दौरान, एक मोबाइल नंबर पर ध्यान गया, जो राजस्थान के भरतपुर क्षेत्र में सक्रिय था. आईओ एसआई श्वेता शर्मा टीम के साथ थाना कैथवाड़ा भरतपुर राजस्थान पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी आलमुद्दीन को गिरफ्तार किया गया. आरोपी के कब्जे से 8 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड और 140 स्क्रीनशॉट बरामद किया गया. आरोपी अलामुद्दीन ने बताया कि उसने और उसके दोनों बेटों ने विभिन्न पीड़ितों के साथ इस तरह से काफी पैसों की चीटिंग की है.
आरोपी ने बताया कि वह व्हाट्सएप पर लड़की बता कर चैटिंग कर बुजुर्गों को अपनी जाल में फसता और वीडियो कॉल पर अश्लील वीडियो दिखा कर पीड़ित को देखते हुए वीडियो स्क्रीन रिकॉर्डर से रिकॉर्ड कर लेता उसके बाद उसे वायरल करने की धमकी देकर वसूली करता था. वह अश्लील वीडियो इस तरीके से दिखाता था, ताकि पीड़ित को लगे कि लड़की ही है.
ये भी पढ़ें : Delhi Arms Smuggling: अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह के चार बदमाश गिरफ्तार, 11 तमंचे बरामद