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अरविंद केजरीवाल का सुपर साइट का दावा पूरी तरह झूठा : अनिल कुमार

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण को लेकर जहां स्कूली बच्चों के अभिभावक उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है, वहीं केजरीवाल गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में व्यस्त है.

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार
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Published : Nov 2, 2022, 9:27 PM IST

नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली में प्रदूषण की मुख्य वजहों को जानने के लिए शुरू की गई सुपर साइट का दौरा किया. इस मौके पर चौधरी अनिल ने कहा कि दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में वायु प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है, जो प्रदूषण मॉनिटरिंग स्टेशनों पर एक्यूआई 400-500 तक दर्ज हो रहा है .

उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण गंभीर और आपातकाल की स्थिति में है. लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली को औपचारिकताओं की श्रेणी में रख कर काम कर रहे हैं. प्रदूषण किस कारण हो रहा है इसकी पहचान के लिए केजरीवाल ने दावा किया था कि 20 अक्टूबर को सुपर साईट शुरू कर दिया जायेगा, जिसका राउज एवेन्यू सर्वोदय विद्यालय में सुपर साइट पर औचक दौरा करके दिल्ली कांग्रेस ने खुलासा किया है. अभी तक इसको चालू करने के लिए संसाधन जुटाऐ जा रहे हैं और सुपर साइट चालू करने के लिए सामान अभी पूरा नहीं पहुंचा है,

अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा सुपर साइट के चालू होने से प्रदूषण ट्रेफिक, पराली, डस्ट या अन्य किन कारणों से हो रहा है इसका पता चल सकेगा. परंतु केजरीवाल सरकार की असंवेदनशीलता की वजह से सुपर साइट अब नवंबर के मध्य में खुलने की उम्मीद है.

उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार प्रदूषण कम करने के नाम पर विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च चुकी है. परंतु राजधानी दिल्ली को प्रदूषण में नंबर-1 के स्थान से निचले स्तर में लाने में कामयाब नहीं हो सकी. प्रदूषण किन कारणों से हो रहा है, इसके लिए दिल्ली सरकार ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी को 1.20 करोड़ के करार पर काम सौंपा था, जिसको 88 लाख रुपये देने के बाद मनीष सिसोदिया ने अनुबंध को खत्म कर दिया.

ये भी पढ़ें : आप विधायक राजकुमार आनंद कल राजनिवास में लेंगे मंत्री पद की शपथ

उन्होंने कहा कि खतरनाक स्तर पर प्रदूषण झेल रही दिल्ली गैस चैंबर बन चुकी है, जिससे दिल्ली की शत प्रतिशत जनसंख्या प्रभावित हो रही है. केजरीवाल सरकार प्रदूषण कम करने के नाम पर आठ सालों से दिल्ली के लोगों के साथ धोखा कर रहे हैं. क्योंकि साल दर साल प्रदूषण घटने की बजाय बढ़ता जा रहा है. दिल्ली सरकार की ऑड-ईवन, रेड लाईन ऑन-गाड़ी ऑफ, स्मॉग टावर जैसी योजनाएं प्रदूषण को रोकने में पूरी तरह विफल रही है. गंभीर प्रदूषण से दिल्ली की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है और केजरीवाल दिल्ली में प्रदूषण की आपातकाल स्थिति पर कोई राहत कार्य करने की बजाय बयानबाजी कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें : दिल्ली में नौ साल में अपराधों में हुई 440 फीसदी वृद्धि : प्रजा फाउंडेशन


कुमार ने कहा कि दिल्ली में लगातार बढ़ते दमघोटू प्रदूषण के लिए आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है. पराली का रोना रोने वाले अरविंद केजरीवाल पंजाब में पराली जलाने पर रोक क्यों नही लगाते, जबकि वहां उनकी पार्टी की सरकार है. पिछले वर्षों की तुलना में पंजाब में इस वर्ष पराली जलाने की घटनाओं में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर जहां स्कूली बच्चों के अभिभावक उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है, वहीं केजरीवाल दिल्लीवालों को संकट में छोड़ गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में व्यस्त है.

नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने दिल्ली में प्रदूषण की मुख्य वजहों को जानने के लिए शुरू की गई सुपर साइट का दौरा किया. इस मौके पर चौधरी अनिल ने कहा कि दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में वायु प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है, जो प्रदूषण मॉनिटरिंग स्टेशनों पर एक्यूआई 400-500 तक दर्ज हो रहा है .

उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण गंभीर और आपातकाल की स्थिति में है. लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली को औपचारिकताओं की श्रेणी में रख कर काम कर रहे हैं. प्रदूषण किस कारण हो रहा है इसकी पहचान के लिए केजरीवाल ने दावा किया था कि 20 अक्टूबर को सुपर साईट शुरू कर दिया जायेगा, जिसका राउज एवेन्यू सर्वोदय विद्यालय में सुपर साइट पर औचक दौरा करके दिल्ली कांग्रेस ने खुलासा किया है. अभी तक इसको चालू करने के लिए संसाधन जुटाऐ जा रहे हैं और सुपर साइट चालू करने के लिए सामान अभी पूरा नहीं पहुंचा है,

अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा सुपर साइट के चालू होने से प्रदूषण ट्रेफिक, पराली, डस्ट या अन्य किन कारणों से हो रहा है इसका पता चल सकेगा. परंतु केजरीवाल सरकार की असंवेदनशीलता की वजह से सुपर साइट अब नवंबर के मध्य में खुलने की उम्मीद है.

उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार प्रदूषण कम करने के नाम पर विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च चुकी है. परंतु राजधानी दिल्ली को प्रदूषण में नंबर-1 के स्थान से निचले स्तर में लाने में कामयाब नहीं हो सकी. प्रदूषण किन कारणों से हो रहा है, इसके लिए दिल्ली सरकार ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी को 1.20 करोड़ के करार पर काम सौंपा था, जिसको 88 लाख रुपये देने के बाद मनीष सिसोदिया ने अनुबंध को खत्म कर दिया.

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उन्होंने कहा कि खतरनाक स्तर पर प्रदूषण झेल रही दिल्ली गैस चैंबर बन चुकी है, जिससे दिल्ली की शत प्रतिशत जनसंख्या प्रभावित हो रही है. केजरीवाल सरकार प्रदूषण कम करने के नाम पर आठ सालों से दिल्ली के लोगों के साथ धोखा कर रहे हैं. क्योंकि साल दर साल प्रदूषण घटने की बजाय बढ़ता जा रहा है. दिल्ली सरकार की ऑड-ईवन, रेड लाईन ऑन-गाड़ी ऑफ, स्मॉग टावर जैसी योजनाएं प्रदूषण को रोकने में पूरी तरह विफल रही है. गंभीर प्रदूषण से दिल्ली की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है और केजरीवाल दिल्ली में प्रदूषण की आपातकाल स्थिति पर कोई राहत कार्य करने की बजाय बयानबाजी कर रहे हैं.

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कुमार ने कहा कि दिल्ली में लगातार बढ़ते दमघोटू प्रदूषण के लिए आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है. पराली का रोना रोने वाले अरविंद केजरीवाल पंजाब में पराली जलाने पर रोक क्यों नही लगाते, जबकि वहां उनकी पार्टी की सरकार है. पिछले वर्षों की तुलना में पंजाब में इस वर्ष पराली जलाने की घटनाओं में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर जहां स्कूली बच्चों के अभिभावक उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है, वहीं केजरीवाल दिल्लीवालों को संकट में छोड़ गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में व्यस्त है.

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