नई दिल्ली: दिल्ली के यमुना विहार में साइबर ठगों ने AI टूल का इस्तेमाल कर एक बुजुर्ग से 50 हजार रुपये फिरौती वसूले जाने का मामला सामने आया है. फिलहाल पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी डॉ जॉय टिर्की ने बताया की 62 साल के लक्ष्मी चंद्र चावला परिवार के साथ यमुना विहार में रहते हैं. उन्होंने साइबर थाने में दी गई अपनी शिकायत में बताया कि 24 अक्टूबर को उन्हें मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप पर एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने उन्हें बताया कि उनके चचेरे भाई के बेटे को नुकसान पहुंचाया जाएगा, अगर पैसे नहीं दिए तो. कॉल के दौरान शिकायतकर्ता को एक युवक के रोने की आवाज सुनाई दी.
बुजुर्ग डर गए और उन्होंने तुरंत 50,000 रुपये की राशि दिए गए पेटीएम खाता संख्या में स्थानांतरित कर दी. बाद में, जब उन्होंने अपने चचेरे भाई से बात की, तो उन्हें पता चला कि चचेरे भाई का बेटा, कपिल घर पर सुरक्षित था. उन्हें एहसास हुआ कि फोन करने वाले ने उनके साथ धोखा किया है. इसके बाद उन्होंने पुलिस को इस मामले की सूचना दी. डीसीपी ने बताया कि बुजुर्ग की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. आरोपियों को पहचानने के लिए टेक्निकल सर्विलांस का सहारा लिया जा रहा है.
ये भी पढ़ें : साइबर फ्रॉड से द्वारकावासियों को बचाने के दिल्ली पुलिस फेडरेशन के साथ चला रही अभियान, ये सावधानी बरतें
बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि अपराधियों ने जिस रोने की आवाज उसे सुनाई थी वह बिल्कुल उसके भतीजे की तरह था, उसे लगा कि उसका भतीजा ही रो रहा है, जिसकी वजह से उसने तुरंत पैसे ट्रांसफर कर दिए. माना जा रहा है कि अपराधियों ने AI टूल का इस्तेमाल कर बुजुर्ग के भतीजे का आवाज को कॉलोन कर बुजुर्ग से फिरौती वसूली है. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें : साइबर फ्रॉड में सोशल इंजीनियरिंग का तड़का, बुजुर्ग ने गंवाए एक करोड़ रुपये