नई दिल्ली: करीब 9 महीने बाद भी कोरोना पर लगाम नहीं लग पाने की वजह से एक तरफ तो प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी कह रहे हैं कि दो गज की दूरी बहुत जरूरी, लेकिन दिल्ली में उन्हीं के पार्षद उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. पार्षद सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं.
ऐसा तो हो जाता है: निर्मल जैन
पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र के स्वामी दयानंद अस्पताल में गुरुवार को कोरोना से बचाव के उपायों की जमकर धज्जियां उड़ीं. खास बात ये रही कि ऐसा करने वाले कोई और नहीं बल्कि खुद ईडीएमसी के मेयर और भाजपा के निगम पार्षद ही थे. नए ओटी ब्लॉक के उद्घाटन के मौके पर पार्षदों के बीच दो गज की दूरी का नियम कहीं नहीं दिखा. मजेदार बात ये रही कि जब ईडीएमसी के मेयर निर्मल जैन से इस बाबत सवाल किया गया तो उनका जवाब था कि ये तो हो जाता है.
जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं
बता दें कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर अभी अपने ढलान पर है. इसके बाद भी रोजाना नए आने वाले मरीजों की संख्या 4 हजार के करीब है और रोजाना 80 से ज्यादा मौतें हो रही हैं. इसे लेकर विशेषज्ञ वैक्सीन आने तक बचाव के नियम, 2 गज की दूरी, सेनिटाइजर और मास्क अपनाने की सलाह देते हैं. वहीं खुद भाजपा नेता भी अक्सर यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं. लेकिन लगता है कि भाजपा नेता अपनी कथनी और करनी के अंतर को जगजाहिर करने पर उतारू हो गए हैं.