नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने भाजपा और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आप और भाजपा को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में वित्तीय संकट को दूर करने के लिए बजट को 31 मार्च 2023 से पहले पारित करें. दिल्ली की जानता के हितों का ख़्याल रख अपने मतभेदों को दर किनार करें. उन्होंने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि एमसीडी ने दिल्ली सरकार को एमसीडी हाउस का सत्र बुलाने के लिए पत्र लिखा है, क्योंकि सत्र आयोजित करने से पहले पार्षदों को 72 घंटे का नोटिस देना होगा.
अनिल कुमार ने कहा कि ये बहुत चिंता का विषय है कि अभी तक मेयर चुनाव के बाद सदन का एक सत्र भी बुलाया नहीं जा सका है, क्योंकि स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी खुद ही उच्च न्यायालय गई है, जिससे सदन का सत्र अधर में लटक गया है. उन्होंने कहा कि इससे पहले कि आप और भाजपा अगले मेयर के चुनाव में व्यस्त हों, सदन में एमसीडी बजट पारित किया जाना चाहिए. अन्यथा आप और बीजेपी के बीच अनावश्यक राजनीतिक उठापटक के कारण अगर एमसीडी में कोई संवैधानिक संकट पैदा होता है, तो इसकी भारी कीमत दिल्लीवासियों को चुकानी पड़ेगी.
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चौधरी अनिल कुमार ने आश्चर्य व्यक्त किया कि केजरीवाल की सरकार, केजरीवाल की पार्षद के नारे पर एमसीडी का चुनाव लड़ने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भाजपा से डरते क्यों हैं. आप के पास सदन में पूर्ण बहुमत है ? उन्होंने मांग की कि केजरीवाल को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि निगम में वित्तीय संकट से बचने के लिए एमसीडी बजट 31 मार्च तक पारित किया जाए, अन्यथा एमसीडी के वित्तीय संकट से शासन और एमसीडी कर्मचारियों के वेतन भुगतान पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा.
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उन्होंने कहा कि नए महापौर के कार्यभार संभालने के बाद से दिल्ली में हर जगह कचरे के ढेर से बदबू आ रही है. कचरे को हटाना उनकी पहली प्राथमिकता थी. अगर सफाई कर्मचारी मजदूरी नहीं मिलने पर हड़ताल पर चले गए तो पूरी दिल्ली एक विशाल कचरा के रूप में तब्दील हो जाएगी.