नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेनो वेस्ट के चार मूर्ति चौक को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तेजी से प्रयास कर रहा है. सीईओ रितु माहेश्वरी ने गुरुवार को चौराहे पर अंडरपास निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की. कंसलटेंट एजेंसी ने सीईओ के सामने प्रारंभिक डिजाइन का प्रस्तुतीकरण दिया. इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की गई. परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए.
दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आबादी तेजी से बढ़ रही है. चार मूर्ति चौक यहां का सबसे व्यस्त चौराहा है. चौराहे पर ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए अस्थाई विकल्प के तौर पर दो तरह के यू-टर्न बनाए गए हैं. गौर सिटी की तरफ से सूरजपुर या नोएडा को जाने वाले वाहन 130 मीटर रोड पर बने यू-टर्न से होकर गुजरते हैं. इसी तरह 130 मीटर रोड से सूरजपुर की तरफ से गौर सिटी या प्रताप विहार जाने वाले वाहन नोएडा की तरफ बने यू-टर्न से होकर जाते हैं.
इसके स्थाई समाधान के तौर पर यह अंडरपास प्रस्तावित है. अंडरपास चार मूर्ति चौराहे पर 130 मीटर रोड को क्रॉस करते हुए 60 मीटर रोड के पैरलल बनेगा. इसके बाद प्रताप विहार से सूरजपुर ग्रेटर नोएडा के बीच वाहन इस अंडरपास से होकर गुजरेंगे, उन्हें यूटर्न तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे वाहन चालकों के समय और ईधन दोनों की बचत होगी.
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सरकारी सलाहकार एजेंसी राइट इस चौराहे की डिजाइन तैयार कर रही है. बीते दिनों ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने मौके पर जाकर मुआयना किया था. इस दौरान सीईओ ने कंसल्टेंट एजेंसी को इसकी डिजाइन शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे. गुरुवार को एजेंसी ने प्रारंभिक डिजाइन प्रस्तुत किए जिस पर सीईओ ने शीघ्र फाइनल डिज़ाइन प्रस्तुत करने को कहा. इसके साथ ही चौक पर अंडरपास के निर्माण के दौरान ट्रैफिक के दबाव को संभालने के लिए वैकल्पिक मार्गों पर भी चर्चा की गई. इस अंडरपास के निर्माण में करीब 60 करोड़ रुपए खर्च होंगे और इसे बनाने में करीब डेढ़ साल का समय लगेगा.
इस समीक्षा बैठक में सीईओ ने स्कूल, तालाब और सामुदायिक केंद्रों से जुड़े कार्यों की भी समीक्षा की. इस दौरान इन कार्यों की धीमी प्रगति पर उन्होंने नाराजगी जताई. रितु माहेश्वरी ने एसीईओ मेघा रूपम के साथ जल विभाग के कार्यो की भी समीक्षा की. गर्मी में पानी की बढ़ती खपत को देखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं.