नई दिल्ली: दिल्ली यूपी बॉर्डर के मंडोली औद्योगिक क्षेत्र के पास हुई किशोर की हत्या के मामले में उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले की हर्ष विहार थाना पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर तीन युवक को हिरासत में लेकर यूपी पुलिस को सौंप दिया है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जॉय टिर्की ने सोमवार को बताया कि मृतक 16 वर्षीय किशोर सबोली एक्सटेंशन का रहने वाला था. उन्होंने बताया कि रविवार रात लगभग 9 बजे, मंडोली औद्योगिक क्षेत्र के पास मृतक अपने दोस्तों मोहित और कुलदीप के साथ टहल रहा था, इस दौरान उनका हिमांशु शर्मा, हिमांशु, गौरव और कुछ अन्य लड़कों के साथ झगड़ा हो गया, जिसके दौरान मारपीट होने लगी.
इस मारपीट में गौरव ने चाकू निकाला और किशोर की दाहिनी जांघ पर चाकू से वार कर दिया. इस हमले में वह घायल हो गया, जिसके बाद उसका बड़ा भाई सचिन (23 साल) उसे जीटीबी अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डीसीपी ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. जांच शुरू की गई तो पता चला कि घटनास्थल यूपी के लोनी बॉर्डर थाना अंतर्गत आता है. इसके बाद मामले में जीरो एफआईआर दर्ज कर गौरव, हिमांशु शर्मा और हिमांशु को हिरासत में लिया गया और मामले की जानकारी यूपी पुलिस को दी गई. यूपी पुलिस ने आरोपियों को अपने कब्जे में ले लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
पुलिस पर हमला करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार: इसके अलावा एक अन्य मामले में राजा विहार इलाके में छापेमारी करने गई स्पेशल स्टाफ की टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया. टीम को घेर कर दो सगे भाई, उनकी बहन और स्थानीय लोगों ने लाठी डंडे और रॉड से हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. वहीं, भीड़ ने हेड कॉन्स्टेबल पर गोली चलाने का आरोप लगाया. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, स्पेशल स्टाफ को सूचना मिली थी कि राजा विहार इलाके में दो भाई अवैध शराब और सट्टे का कारोबार करते हैं. इसके बाद पुलिस राजा बिहार इलाके में पहुंची, जहां पार्क में कुछ लोग खुलेआम सट्टा खेल रहे थे और शराब पी रहे थे. पुलिस ने जब छापेमारी की तो भोला और मांगे नामक युवक पुलिसकर्मियों के पास पहुंचकर उन्हें धमकाने लगे. शोर शराबा होने पर वहां काफी लोग इकट्ठा हुए और पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर दी. इसी दौरान उन पर डंडे और रॉड से हमला किया गया.
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फिर जब पुलिसकर्मियों ने वीडियो बनाना शुरू किया तो लोगों ने उनका फोन छीन लिया. इन्हीं में से एक पुलिसकर्मी पर भीड़ ने गोली भी चलाई. बड़ी मुश्किल से पुलिसकर्मी अपनी जान बचाकर वहां से समयपुर बादली थाने पहुंचे और अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दी. घायल पुलिसकर्मियों का इलाज करवाने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या की कोशिश, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया. इसके बाद कार्रवाई करते हुए फरार आरोपियों में से भाई बहन समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों की पहचान मांगें सिमरन और दोस्त परवेज के रूप में हुई है. पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
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