नई दिल्ली/गाजियाबाद: कहते हैं कि एक तस्वीर हजार शब्दों को बयां करने का माद्दा रखती है. व्यक्ति किसी विशेष घटना को कैमरे में कैद कर बरसों तक सहेज कर रख सकता है. पहले जहां कागज पर छपी फोटोज और निगेटिव को संभलना और सहेजना काफी मुश्किल भरा होता था, वहीं आज के समय में स्मार्टफोन, लैपटॉप और पेन ड्राईव आदि में फोटोज रखना काफी आसान हो गया है. देखा जाए तो पिछले डेढ़ दशक में फोटोग्राफी के क्षेत्र में कई बड़े बदलाव आए हैं.
वर्तमान बाजार में जहां आधुनिक डीएसएलआर और मिररलेस कैमरे आ गए हैं. वहीं स्मार्टफोन की मौजूदगी से कैमरा सबसे पास आ चुका है. कई मामलों में तो स्मार्टफोन के कैमरे, प्रोफेशनल कैमरों को भी कड़ी टक्कर देते नजर आते हैं. जिनसे कोई भी शानदार फोटो ले सकता है. इसका कारण है कि इनका सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन, जिनसे इन्हें संचालित करना काफी आसान हो जाता है. स्मार्टफोन में मौजूद कैमरा किस कदर एडवांस हो चुका है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसी साल मशहूर बॉलीवुड डायरेक्टर विशाल भारद्वाज ने 'फुर्सत' नाम की एक शॉर्ट रिलीज की थी, जिसे उन्होंने स्मार्टफोन से ही शूट किया था.
मोबाइल फोन के कैमरे से अच्छी फोटो खींचने के लिए कुछ एक्सेसरीज और ट्रिक्स को आजमाया जा सकता है. इनके इस्तेमाल से आप औरों से कहीं बेहतर तस्वीरें ले सकते हैं. प्रोफेशनल फोटोग्राफर और फिल्ममेकर अनीता शर्मा ने उन एक्सेसरीज व ट्रिक्स के बारे में विस्तृत जानकारी दी. आइए इनके बारे में जानते हैं..
एक्सटर्नल फ्लैश: अच्छी फोटो खींचने के लिए लाइट का सबसे अहम रोल होता है. स्मार्टफोन में कैमरे के साथ फ्लैश तो होता है, लेकिन उसकी रोशनी काफी कम होती है. इसलिए अगर आप शाम या रात के समय तस्वीरें खींचते हैं तो एक्सटर्नल एक्सटर्नल फ्लैश का इस्तेमाल कर सकते हैं. मार्केट में स्मार्टफोंस में अटैच होने वाले कई प्रकार के एक्सटर्नल फ्लैश अवेलेबल हैं.
रिमोट शटर: कई बार ऐसा होता है कि हम अपनी फोटो क्लिक करना चाहते हैं, लेकिन साथ में कोई मौजूद न होने के कारण हमें सेल्फी लेनी पड़ती है. लेकिन ज्यादातर स्मार्टफोन में सेल्फी कैमरा, रियर कैमरे जितना अच्छा नहीं होता, जिससे फोटो में डिटेल नहीं आ पाती. ऐसे में आप रिमोट शटर की मदद से दूर खड़े होकर स्मार्टफोन के रियर कैमरे से फोटो खींच सकते हैं. ये रिमोट शटर ब्लूटूथ से कनेक्ट हो जाता है.
ट्राइपॉड: स्मार्टफोन से फोटो खींचने पर कई बार वह ब्लर हो जाती है. ऐसा स्टेबिलिटी न होने के चलते होता है. हालांकि कई स्मार्टफोन में 'ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन' नाम का फीचर होता है, लेकिन अगर आपके स्मार्टफोन में यह फीचर नहीं है तो भी निराश होने की कोई बात नहीं. आप मोबाइल को ट्राइपॉड पर लगाकर भी फोटो ले सकते हैं. ये शार्प फोटो लेने में आपके बहुत काम आ सकता है. साथ ही इससे मदद से आप 'लाइट ट्रेल' व 'स्टार ट्रेल फोटाग्राफी' भी कर सकते हैं. वहीं यूट्यूब वीडियो व रील बनाने के लिए भी ट्राइपॉड काफी मददगार साबित होता है.
लेंस अटैचमेंट: अक्सर आपने देखा होगा कि प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स तस्वीरें खींचने के लिए अलग-अलग तरह की लेंस अपने साथ रखते हैं. इसके लिए वह प्राइम लेंस, जूम लेंस व वाइड एंगल लेंस का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन स्मार्टफोन में लेंस फिक्स्ड होता है, जिसके चलते आप जरूरत अनुसार उन्हें बदल नहीं सकते. लेकिन आजकल बाजार में इसका भी उपाय आ गया है. दरअसल आप लेंस अटैचमेंट की मदद से आप मैक्रो फोटोग्राफी और फोटो जूम आदि भी कर सकते हैं. सबसे अच्छी बात तो यह है कि इनकी कीमत मात्र हजार रुपये से शुरू होती है, जिससे कोई भी इसे कम दाम में ही खरीद सकता है.
रूल ऑफ थर्ड्स: हर पेशेवर फोटोग्राफर रूल ऑफ थर्ड्स का उपयोग जरूर करता है, जिससे वह अच्छे से फ्रेम को सेट कर सके. दरअसल इससे फ्रेम को तीन बराबर हिस्सों में बांटा जाता है, जिसके किसी एक हिस्से में सब्जेक्ट को रखकर फोटो खींची जाती है. इसका उपयोग करने के लिए आप स्मार्टफोन के कैमरे की सेटिंग्स में ग्रिड लाइंस ऑन करें, जिसके बाद फोटो लेते वक्त आपको कई लाइंस स्क्रीन पर दिखाई देने लगेंगी. इन्हीं में सब्जेक्ट को सेट कर आप बेहतरीन तस्वीरें ले सकते हैं.
कौन हैं अनीता शर्मा- अनीता शर्मा पेशे से एक प्रोफेशनल फिल्मेकर और फोटोग्राफर हैं. अपने एक दशक के फिल्ममेकिंग करियर में वह 12 से अधिक शॉर्ट फिल्में बना चुकी हैं. उनके द्वारा निर्देशित की गई शार्ट फिल्म 'द कोट' को 2019 में इटली में हुए रिवर टू रिवर फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था. इसके अलावा, उनकी दूसरी फिल्म 'इलिश' को जर्मनी में हुए इंडो-जर्मन फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया जा चुका है. मौजूदा समय में अनीता द्वारा निर्देशित की गई पांच शार्ट फिल्में एक प्रसिद्ध ओटीटी प्लैटफॉर्म पर मौजूद हैं. साथ ही उनकी कई शॉर्ट फिल्म यूट्यूब पर भी है, जिनमें से शॉर्ट फिल्म गीलो रेगिस्तान को यूट्यूब पर करीब 25 लाख बार देखा जा चुका है.
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