नई दिल्ली : उत्तर पूर्वी दिल्ली की एएटीएस टीम ने ऑपरेशन अंकुश के तहत ऑटो लिफ्टर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है. एएटीएस ने इस गिरोह में शामिल तीन सक्रिय ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया. आरोपियों के कब्जे से अलग-अलग इलाके से चुराई गई 15 दोपहिया वाहन बरामद किया गया है. आरोपियों की पहचान करावल नगर निवासी मन्नू उर्फ दिनेश, मोनू उर्फ आशु और सानू के तौर पर हुई है.
डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि उत्तर-पूर्व जिले द्वारा शुरू किया गया विशेष अभियान "अंकुश" स्ट्रीट क्राइम और संगठित अपराध पर अंकुश लगाने, अपराधियों/असामाजिक तत्वों को रोकने और अधिक महत्वपूर्ण रूप से नागरिकों के बीच सुरक्षा की भावना को बढ़ाने के उद्देश्य से जारी रखा गया है.
उन्होंने बताया कि बुधवार को लोनी गोल चक्कर के क्षेत्र में ऑटो लिफ्टर के होने की सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर पुलिस ने लोनी गोल चक्कर के पास जाल बिछाया. शाम करीब साढ़े छह बजे पुलिस ने बिना नंबर प्लेट वाली दो अलग-अलग मोटरसाइकिल पर तीन संदिग्ध लोगों की मौजूदगी देखी. पुलिस को देखकर उन्होंने भागने की कोशिश की, लेकिन सतर्क पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.
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पूछताछ करने पर उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया. साथ ही ऑटो चोरी के कई मामलों में अपनी भागीदारी का भी खुलासा किया. जांच के दौरान यह भी पता चला कि मोनू उर्फ आशु और मन्नू उर्फ दिनेश पर करावल नगर थाने में कई मामले में केस दर्ज है. वह अभी जमानत पर हैं. उन्होंने बताया कि अपने खर्चों को पूरा करने के लिए वे दोपहिया वाहनों को चुराते थे. दोपहिया वाहनों को दिल्ली जल बोर्ड, श्री राम कॉलोनी और सी -2 ब्लॉक नंद नगरी, दिल्ली के खाली मैदान में चुपके से पार्क करते थे. उसकी निशानदेही पर 15 दोपहिया वाहन बरामद की गईं.
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