ETV Bharat / state

चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत का डाटा जारी करने में देरी व एग्जिट पोल पर जानिए क्या कहते हैं राजनीतिक एक्सपर्ट - POLITICAL EXPERT ON EXIT POLLS

दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे. विभिन्न एग्जिट पोल जारी किए गए हैं.

दिल्ली चुनाव के एग्जिट पोल
दिल्ली चुनाव के एग्जिट पोल (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 6, 2025, 6:19 PM IST

नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में बुधवार को सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. दिल्ली में कुल 13,766 मतदान केंद्र व 733 सहायक मतदान केंद्रों पर ईवीएम के जरिए मतदान हुए. इस बार ईवीएम पर 60.44 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि इस बार कुल मतदाता 1,56,14000 थे. इस बार अभी तक चुनाव आयोग ने मतदान का सही और पूरा डाटा नहीं जारी किया है. इससे चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं, एग्जिट पोल में भाजपा की जीत बताई जा रही है. इसपर दिल्ली विधानसभा चुनाव को करीब से देखने व समझने वाले राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इन एग्जिट पोल पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है.

चुनाव आयोग की तरफ से 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा दी गई थी. चुनाव आयोग में लगे पुलिसकर्मयों व अन्य कर्मचारियों को वीवीपैट से मतदान करने की सुविधा दी गई थी. 4 फरवरी तक उपरोक्त मतदान करा लिए गए थे, लेकिन इस तरीके से कितना प्रतिशत मतदान हुआ उसका आंकड़ा चुनाव आयोग की तरफ से नहीं दिया गया था. फिलहाल ईवीएम पर 60.44 प्रतिशत मतदान का डाटा चुनाव आयोग की तरफ से दिया गया है लेकिन अभी यह डाटा करीब में है. एक्चुवल डाटा नहीं है. एक दिन बाद तक मतदान का एक्चुवल डाटा न देने पर चुनाव आयोग की कार्यशैली पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं.

डाटा जारी करने में विलंब होने का कारण: राजनीतिक विश्लेषक एनके सिंह का कहना है कि दिल्ली में 60 प्रतिशत मतदान के अनुसार 90 लाख लोगों ने मतदान किया है. 90 लाख लोगों के मतदान का डाटा चुनाव आयोग नहीं दे पा रहा है. जबकि चुनाव आयोग 90 करोड़ लोगों का चुनाव एक साथ कराने, वन नेशन वन इलेक्शन की बात करता है. चुनाव आयोग की कार्यशैली संदिग्ध है. वहीं, राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा का कहना है कि महाराष्ट्र में भी मतदान का डाटा जारी करने में चुनाव आयोग को देरी हुई थी. इससे चुनाव आयोग निंदा का पात्र बना था. इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए था. हालांकि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पहले ही कहा था कि इस बार मतदान का डाटा जारी करने में विलंब इसलिए होआ है कि पूरे राज्य से डाटा आता है उसको जोड़ा जाता है इसके बाद सार्वजनिक किया जाता है.

नार्थ ईस्ट में सबसे अधिक व नई दिल्ली में सबसे कम मतदानः दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट में सबसे अधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया. यहां पर पूरी दिल्ली में सबसे अधिक मतदाताओं ने 66.25 प्रतिशत मतदान किया. वहीं, नई दिल्ली इलाके में पूरी दिल्ली में सबसे कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया. जबकि इस इलाके में नॉर्थ ईस्ट इलाके से ज्यादा पढ़े लिखे लोग रहते हैं. इस बार नई दिल्ली में सिर्फ ईवीएम पर 57.13 प्रतिशत मतदान हुआ.

23 को खत्म हो रहा दिल्ली विधानसभा का कार्यकालः दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो जाएगा. इससे पहले दिल्ली में नई सरकार का गठन हो जाएगा. क्योंकि 8 फरवरी को दिल्ली मतदान की मतगणना होगा. इसके बाद नई सरकार गठित होगी और शपथ लेगी.

राजनीतिक विश्लेषक बोले एग्जिट पोल भरोसे लायक नहींः 11 में से आठ एग्जिट पोल के अनुसार दिल्ली में भाजपा की सरकार बन रही है. तीन एग्जिट पोल के अनुसार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बन रही है. इन एग्जिट पोल पर राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा का कहना है कि अभी जो एग्जिट पोल आए हैं, पार्टी फंडेड हैं. कुछ चैनल आज अपना एग्जिट पोल रिलीज करेंगे. अभी जो एग्जिट पोल आए हैं. उन पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है. आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन को नहीं आंका जा सकता है. वहीं, राजनीतिक विश्लेषक एनके सिंह का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. भाजपा आम आदमी पार्टी के करप्शन के मुद्दे को उठाने में कामयाब रही है. अभी जो एग्जिट पोल आए हैं. उस पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है.

भी पढ़ें:

नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में बुधवार को सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. दिल्ली में कुल 13,766 मतदान केंद्र व 733 सहायक मतदान केंद्रों पर ईवीएम के जरिए मतदान हुए. इस बार ईवीएम पर 60.44 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि इस बार कुल मतदाता 1,56,14000 थे. इस बार अभी तक चुनाव आयोग ने मतदान का सही और पूरा डाटा नहीं जारी किया है. इससे चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं, एग्जिट पोल में भाजपा की जीत बताई जा रही है. इसपर दिल्ली विधानसभा चुनाव को करीब से देखने व समझने वाले राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इन एग्जिट पोल पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है.

चुनाव आयोग की तरफ से 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा दी गई थी. चुनाव आयोग में लगे पुलिसकर्मयों व अन्य कर्मचारियों को वीवीपैट से मतदान करने की सुविधा दी गई थी. 4 फरवरी तक उपरोक्त मतदान करा लिए गए थे, लेकिन इस तरीके से कितना प्रतिशत मतदान हुआ उसका आंकड़ा चुनाव आयोग की तरफ से नहीं दिया गया था. फिलहाल ईवीएम पर 60.44 प्रतिशत मतदान का डाटा चुनाव आयोग की तरफ से दिया गया है लेकिन अभी यह डाटा करीब में है. एक्चुवल डाटा नहीं है. एक दिन बाद तक मतदान का एक्चुवल डाटा न देने पर चुनाव आयोग की कार्यशैली पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं.

डाटा जारी करने में विलंब होने का कारण: राजनीतिक विश्लेषक एनके सिंह का कहना है कि दिल्ली में 60 प्रतिशत मतदान के अनुसार 90 लाख लोगों ने मतदान किया है. 90 लाख लोगों के मतदान का डाटा चुनाव आयोग नहीं दे पा रहा है. जबकि चुनाव आयोग 90 करोड़ लोगों का चुनाव एक साथ कराने, वन नेशन वन इलेक्शन की बात करता है. चुनाव आयोग की कार्यशैली संदिग्ध है. वहीं, राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा का कहना है कि महाराष्ट्र में भी मतदान का डाटा जारी करने में चुनाव आयोग को देरी हुई थी. इससे चुनाव आयोग निंदा का पात्र बना था. इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए था. हालांकि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पहले ही कहा था कि इस बार मतदान का डाटा जारी करने में विलंब इसलिए होआ है कि पूरे राज्य से डाटा आता है उसको जोड़ा जाता है इसके बाद सार्वजनिक किया जाता है.

नार्थ ईस्ट में सबसे अधिक व नई दिल्ली में सबसे कम मतदानः दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट में सबसे अधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया. यहां पर पूरी दिल्ली में सबसे अधिक मतदाताओं ने 66.25 प्रतिशत मतदान किया. वहीं, नई दिल्ली इलाके में पूरी दिल्ली में सबसे कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया. जबकि इस इलाके में नॉर्थ ईस्ट इलाके से ज्यादा पढ़े लिखे लोग रहते हैं. इस बार नई दिल्ली में सिर्फ ईवीएम पर 57.13 प्रतिशत मतदान हुआ.

23 को खत्म हो रहा दिल्ली विधानसभा का कार्यकालः दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो जाएगा. इससे पहले दिल्ली में नई सरकार का गठन हो जाएगा. क्योंकि 8 फरवरी को दिल्ली मतदान की मतगणना होगा. इसके बाद नई सरकार गठित होगी और शपथ लेगी.

राजनीतिक विश्लेषक बोले एग्जिट पोल भरोसे लायक नहींः 11 में से आठ एग्जिट पोल के अनुसार दिल्ली में भाजपा की सरकार बन रही है. तीन एग्जिट पोल के अनुसार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बन रही है. इन एग्जिट पोल पर राजनीतिक विश्लेषक मनोज झा का कहना है कि अभी जो एग्जिट पोल आए हैं, पार्टी फंडेड हैं. कुछ चैनल आज अपना एग्जिट पोल रिलीज करेंगे. अभी जो एग्जिट पोल आए हैं. उन पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है. आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन को नहीं आंका जा सकता है. वहीं, राजनीतिक विश्लेषक एनके सिंह का कहना है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. भाजपा आम आदमी पार्टी के करप्शन के मुद्दे को उठाने में कामयाब रही है. अभी जो एग्जिट पोल आए हैं. उस पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है.

भी पढ़ें:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.