नई दिल्ली: मेयर का इंतजार कर रहे दिल्ली वालों को एक बार फिर मायूसी मिली है. मेयर चुनाव से पहले दिल्ली नगर निगम की बैठक को पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने हंगामे की वजह से स्थगित कर दिया. पीठासीन अधिकारी के इस फैसले को आम आदमी पार्टी के पार्षद ने भेदभाव पूर्ण बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि पीठासीन अधिकारी ने भाजपा के इशारे पर सदन की बैठक को स्थगित कर दिया. भाजपा नहीं चाहती कि मेयर का चुनाव हो.
आम आदमी पार्टी की तरफ से स्थाई समिति के मेंबर के तौर पर पर्चा दाखिल करने वाली पार्षद मोहिनी ने बताया कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली की जनता ने निगम से बाहर कर दिया है, इसके बावजूद भाजपा निगम की सत्ता को छोड़ना नहीं चाहती है. निगम की बैठक में आम आदमी पार्टी के पार्षद अपनी लॉबी में शांति से बैठे थे, लेकिन भाजपा पार्षदों ने हंगामा कर सदन की कार्रवाई को जानबूझकर स्थगित करवाई है. चुनाव में आम आदमी पार्टी का पार्षद मेयर को बहुमत मिलता ऐसे में भाजपा ये पचा नहीं पा रही है.
आप पार्षद विजय कुमार ने कहा कि दिल्ली के लोग भारतीय जनता पार्टी के भ्रष्टाचार से परेशान हैं. इसलिए उन्होंने निगम की सत्ता से उन्हें बाहर कर दिया है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी और संवैधानिक तौर पर निगम पर कब्जा करना चाहती है.
वहीं भाजपा पार्षदों ने आम आदमी पार्टी पर मेयर चुनाव से भागने का आरोप लगाया. भाजपा पार्षदों ने कहा कि तीन बार लगातार आम आदमी पार्टी के पार्षदों की वजह से मेयर का चुनाव नहीं हो पाया. भारतीय जनता पार्टी मेयर का चुनाव के लिए तैयार है दिल्ली के लोगों को भी मेयर का इंतजार है. आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने पीठासीन अधिकारी के आदेशों को नहीं माना. भाजपा पार्षदों का कहना है कि आम आदमी पार्टी को अपने पार्षदों पर भरोसा नहीं है इसलिए उन्होंने आज भी चुनाव होने नहीं दिया.
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