गाजियाबाद: सिहानी गेट इलाके में कुछ दिन पहले एक इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में 30 लाख रुपये की लूट हुई थी. शोरूम के साथ-साथ स्टोर को भी लूट लिया गया था. वहीं, अब मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान संतोष नेपाली, प्रिंस, आकाश और टिंकू के रूप में हुई है. बदमाशों में से संतोष नेपाली पिछले 8 साल से इसी शोरूम में काम करता था.
नौकर ने मालिक के साथ किया विश्वासघात: दरअसल, संतोष नेपाली की इच्छा थी कि वह कारोबार करे. कोई छोटा-मोटा कारोबार नहीं, बल्कि वह गांजा की तस्करी का अवैध कारोबार करना चाहता था. इसके लिए उसे रुपये की जरूरत थी और इस जरूरत को पूरा करने के लिए उसने अपनी 8 साल की नौकरी में कमाया हुआ विश्वास तोड़कर अपने मालिक के साथ विश्वासघात कर दिया और पूरा शोरूम और स्टोर लुटवा दिया.
गांजा का व्यापार करने की तैयारी में थे आरोपी: डीसीपी निपुण अग्रवाल के मुताबिक, 23 अप्रैल की रात सिहानी गेट पुलिस को सूचना मिली कि एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के शोरूम और गोदाम में 32 लाख की लूट हुई है. इसके बाद पुलिस ने सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की. बुधवार देर रात पुलिस को राम चमेली स्कूल के पास संदिग्ध तीन लड़के दिखाई दिए. उनसे पूछताछ कि तो पता चला कि उन्होंने ही वारदात को अंजाम दिया था. आरोपियों से 22 लाख रुपये, तमंचा और बाइक बरामद हुई है.
1 महीने पहले से ही लूट का था प्लान: आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनका करीब 1 महीने पहले से ही लूट करने का प्लान था. इसके बाद वह गांजा खरीदकर उसकी तस्करी करेंगे. आरोपियों ने 22 तारीख को भी इस वारदात की कोशिश की थी, लेकिन शोरूम की कुंडी अंदर से बंद थी. जिससे वारदात को अंजाम नहीं दिया गया. आकाश और प्रिंस नाम के दो आरोपी शुरू में इस वारदात को अंजाम देने वाले थे.
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नेपाल भागने की फिराक में थे आरोपी: वारदात वाले दिन संतोष नेपाली शोरूम के अंदर ही मौजूद था. संतोष नेपाली ने बाकी आरोपियों से कहा था कि मैं पहले से अंदर रहूंगा तुम आना और गन प्वाइंट पर लेकर वारदात को अंजाम देना. संतोष नेपाली पहले से ही शोरूम में नौकरी करता है.
वहीं, उसका एक साथी अपना लोन चुकाना चाहता था. वारदात के बाद बाइक को भी मॉडिफाई करा लिया गया था, ताकि सीसीटीवी में अगर बाइक दिखाई दे, तो वह मॉडिफाई करने के बाद पहचान में ना आ पाए. आरोपियों की प्लानिंग नेपाल भागने की थी, मगर उससे पहले ही उन्हें पकड़ लिया गया.
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