नई दिल्ली/नोएडाः पुलिस महकमे में आए दिन अजीबोगरीब किस्से सुनने को मिल रहे हैं. कुछ दिन पहले आपने सुना होगा कि मथुरा में पुलिस के कब्जे का 500 किग्रा गांजा चूहे खा गए. ठीक उसी तरह नोएडा के थाना सेक्टर-20 पुलिस से जुड़ा रोचक वाक्या सामने आया है.
दरअसल, पिछले वर्ष पशु क्रूरता अधिनियम के तहत पुलिस द्वारा पकड़े गए 110 बकरे और बकरियां गायब (110 goats caught by police in Noida are missing) हो गए हैं. पुलिस की बेचैनी तब ज्यादा बढ़ गई जब जिला न्यायालय ने उन बकरों को उसके मालिक के सुपुर्द करने के आदेश जारी कर दिए. कोर्ट के इस आदेश ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं. अब जब बकरे और बकरियों न मिले तो पुलिस को मजबूरी में एनिमल सेल्टर होम के मैनेजर के खिलाफ अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज करना पड़ा है.
बात दें, 2 जून 2021 को थाना सेक्टर-20 पुलिस ने चैकिंग के दौरान बकरे और बकरियों से लदी एक पिकअप को पकड़ा था. जिसमें ठूस ठूस कर 110 बकरे और बकरियां भरी हुई थी. पुलिस ने पिकअप चालक संतोष के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश कर दिया. साथ ही बरामद हुए बकरे और बकरियों को सेक्टर-94 स्थित एनिमल शेल्टर होम भेज दिया. यह मामला कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है.
अब कोर्ट ने थाना सेक्टर-20 पुलिस को सभी बकरे और बकरियों को उसके मालिक को सुपुर्द करने के आदेश दिए हैं. इस बाबत जब पुलिस ने एनिमल शेल्टर हाउस में संपर्क किया तो उन्होंने बकरे लौटाने से मना कर दिया. शेल्टर हाउस के मैनेजर योगेंद्र का कहना है कि बकरे और बकरियां मर चुके हैं. मैनेजर के बयान से पुलिस के होश उड़ गए हैं.
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पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शेल्टर होम से बरामद बकरों को बेच दिया गया हैं. कर्मचारी अपने बचाव में अब बकरों के मर जाने की बात कर रहे हैं. वहीं, कोर्ट के सख्त आदेश है कि संतोष को उसके बकरे और बकरियां लौटा दिए जाएं, लेकिन पुलिस बेबस हो गई है. बकरों की बरामदगी के लिए पुलिस ने शेल्टर होम के मैनेजर योगेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 के तहत आज मुकदमा दर्ज कर ली है. थाना प्रभारी सेक्टर 20 मनोज कुमार का कहना है कि इस धारा में व्यक्ति के विश्वास के आपराधिक हनन की कार्रवाई की जाती है. मामले की जांच की जा रही है.