नई दिल्ली/नोएडा : साइबर अपराध करने वाले तमाम तरीके अपनाकर वारदात को अंजाम देने का काम कर रहे हैं. पुलिस विभाग ऑनलाइन फ्रॉड (fraud happened online) करने वाले अपराधियों पर नकेल कसने का काम कर रहा है. ऐसा ही कुछ नोएडा के थाना एक्सप्रेस वे में देखने को मिला. पीड़ित ने साइबर अपराध होने की शिकायत थाने में दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की और पीड़ित का पैसा जिस बैंक में ट्रांसफर हुआ उस बैंक खाते को फ्रिज करा दिया. जिससे पैसा साइबर अपराध करने वालों के पास नहीं पहुंच सका और पीड़ित को पैसा वापस मिल गया.
ऑनलाइन फ्रॉड से गया पैसा आया पीड़ित के पास : साइबर हेल्प डेस्क थाना एक्सप्रेस-वे नोएडा पुलिस टीम ने पीड़ित हरिन्दर सोंधी के क्रेडिट कार्ड से हुए आनलाइन फ्रॉड के 1,81,000 रुपये वापस करा दिए. कमिश्ररेट गौतमबुद्ध नगर के थानों मे साइबर हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं, जिसमें साइबर फ्रॉड से पीड़ित व्यक्तियों के फ्रॉड से निकाले गए रुपये को त्वरित कार्रवाई करते हुए वापस दिलाया जा रहा है.
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एक्सप्रेस वे थाना प्रभारी का कहना है : साइबर अपराध से पीड़ित का पैसा वापस दिलाए जाने के संबंध में ज्यादा जानकारी देते हुए नोएडा के एसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि थाना एक्सप्रेस-वे नोएडा पुलिस ने आवेदक हरिन्दर सोंधी पुत्र जेपी सोंधी निवासी सेक्टर-134, नोएडा के साथ हुए 1 लाख 81 हजार रुपये के ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित बैंक एचडीएफसी से पेमेंट होल्ड कराकर पीड़ित हरिन्दर सोंधी को 1 लाख 81 हजार रुपये तुरंत वापस करा दिए गए. पैसे वापस मिलने पर पीड़ित ने नोएडा पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए पुलिस के काम की सराहना की है. उन्होंने बताया कि कृपया साइबर फ्रॉड से सतर्क रहें. अनजाने फोन कॉल्स, लिंक का जवाब न दें और खाता, पैनकार्ड, ओटीपी व अन्य निजी जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के साथ फोन पर साझा न करें. सतर्कता ही बचाव है.
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