नई दिल्ली: साल 2017 में मैडम तुसाद का भारत में पहला म्यूजियम दिल्ली के कनॉट प्लेस में खुल गया था. इन दिनों दिल्ली का मैडम तुसाद म्यूजियम लोगों के घूमने के लिए एक अच्छा ऑप्शन है.
पीएम मोदी समेत गांधीजी का पुतला मौजूद
इसी बीच ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के कनॉट प्लेस में बने इस म्यूजियम में पहुंची. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल, स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मोम के पुतले मौजूद हैं.
बॉलीवुड और हॉलीवुड के कलाकारों के पुतले
हमने राजनेताओं समेत बॉलीवुड और हॉलीवुड के मशहूर संगीतकारों के पुतलों को भी नजदीक से देखा, जिसमें जस्टिन बीबर, श्रेया घोषाल, सोनू निगम, आशा भोसले समेत दिलजीत दोसांझ आदि के मोम के भी पुतले बने हुए हैं.
साल 1835 में हुई थी मैडम तुसाद म्यूजियम की शुरुआत
बता दें कि इस म्यूजियम की शुरुआत 1835 में मोम शिल्पकार मैरी तुसाद ने की थी. मैरी तुसाद फ्रांस की एक बेहतरीन आर्टिस्ट थी, जिसके बाद लंदन में उनका पहला मैडम तुसाद म्यूजियम बनाया गया. जहां वर्ल्ड की कई फेमस हस्तियों के मोम के पुतले बनाए गए. लंदन के अलावा मैडम तुसाद म्यूजियम एम्स्टर्डम, न्यूयॉर्क, हॉन्गकॉन्ग, शंघाई आदि जगहों पर भी बने हुए हैं. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए दिसंबर 2017 में भारत में भी मैडम तुसाद म्यूजियम बनाया गया.
5 हिस्सों में बंटा है मैडम तुसाद म्यूजियम
मैडम तुसाद का म्यूजियम 5 हिस्सों में बंटा हुआ है. पहला हिस्सा बॉलीवुड और हॉलीवुड, दूसरा हिस्सा राजनीतिक पार्टी जोन का है, वहीं तीसरा म्यूजिक और संगीतकार, चौथा हिस्ट्री लीडर्स और पांचवा खेल जगत का है. इन सभी क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों के मोम के पुतले बने हुए हैं. गौर करने वाली बात ये है कि यहां पर आप अपने पसंदीदा कलाकार और शख्सियत के साथ सेल्फी ले सकते हैं.
50 से ज्यादा पुतले म्यूजियम में मौजूद
मैडम तुसाद म्यूजियम की लोकप्रियता को लेकर हमने म्यूजियम के जनरल मैनेजर अंशुल जैन से बात की. उन्होंने हमें बताया कि दिल्ली में मैडम तुसाद म्यूजियम की शुरुआत 40 वैक्स के पुतलों से की गई थी, जिसके बाद अब इस म्यूजियम में 50 से ज्यादा हस्तियों के वैक्स के पुतले मौजूद हैं. इन्हें देखने के लिए फैमिली समेत तमाम वर्ग के लोग आते हैं, क्योंकि हर एक की पसंद के लिए यहां पर मोम के पुतले बने हुए हैं.