नई दिल्ली: ईद के मद्देनजर प्रशासन ने रविवार को कुछ दुकानें खोलने की अनुमति दी थी और बाजार भी खुलें. वहीं पुरानी दिल्ली में इस बार ईद पर रौनक कम नजर आई. कोरोना के चलते लागू लॉकडाउन के कारण पूरे रमजान में रात के समय सन्नाटा पसरा रहा तो दिन में भी कुछ खास रौनक नहीं दिखी. लोग सिर्फ खाने-पीने का और जरूरी सामान ही खरीद रहे हैं.
'ऐसा कभी नहीं देखा'
ईद पर कभी भी ऐसा अंधेरा और सुनसानी नहीं छाई. इस बार लॉकडाउन के चलते बाजारों में रौनक नहीं दिखी. इसी इलाके में जन्मे और होटल चलाने वाले फजलुर्रहमान कुरैशी कहते हैं कि साठ साल की उम्र हो गई, इलाके में कई बार कर्फ्यू भी लगा, लेकिन ऐसा कभी नहीं देखा. लगता है जैसे किसी सुनसान जगह पर आ गया हूं.
गिने-चुने लोग पढ़ रहे नमाज
आमतौर पर जामा मस्जिद के गेट नंबर-1 के सामने चितली कबर से लेकर मटिया महल और तिराहा बैरम खां तक रमजान के महीने में रात भर बाजार खुलते हैं. ईद जब नजदीक होता है तो बाज़ारों में रात को इतनी भीड़ रहती है कि पैदल चलना भी मुश्किल होता है. लेकिन इस बार बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है, वहीं मस्जिदें भी सूनी हैं. जामा मस्जिद में रोशनी तो है लेकिन जहां रमजान में अलविदा जुमे पर हजारों लोग नमाज पढ़ते थे. अब कुछ गिने चुने लोग ही दिख रहे हैं.
गाइडलाइंस का करें पालन
कोरोना वायरस के चलते इस बार बाजार भी वक्त से खुल रहे हैं और मस्जिदों में भी सिर्फ इमाम और बाकी स्टाफ को ही नमाज पढ़ने की इजाजत मिली हैं. ऐसे में शाही इमाम और मुस्लिम उलेमाओं ने लोगों से अपील की हैं कि कोरोना पर सरकार की गाइडलाइंस का पालन करें. ईद की नमाज घरों में ही अदा करें और एहतियात बरतें.