नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स की टीम ने "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत चलाए गए ऑपरेशन के तहत नशे के कारोबार पर आघात करते हुए दो नाईजीरियन गैंग का खुलासा किया है. ये गैंग धड़ल्ले से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित आसपास के इलाकों में नशे का कारोबार कर रहे थे. ऑपरेशन के दौरान क्राइम ब्रांच पुलिस ने लाखों रुपये की फाइन क्वालिटी की 18 ग्राम एमडीएमए और 359 ग्राम हेरोइन बरामद किया है.
स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अलग-अलग टीम बना कर नशे के धंधे में लिप्त सप्लायरों के बारे में जानकारियों को विकिसित करने में लगी हुई थी. इसके लिए पुलिस ने जासूसों को तैनात कर ड्रग तस्करों के हॉटस्पॉट्स, खास तौर पर द्वारका इलाके की निगरानी शुरू की. पुलिस ने सूत्रों की तैनाती के साथ टेक्निकल सर्विलांस को भी एक्टिवेट किया.
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आखिरकार एक महीने लंबे चले इस ऑपरेशन में पुलिस ने द्वारका मोड़ इलाके से ड्रग ट्रैफिकिंग में लिप्त तीन नाईजीरियन नागरिकों, चिवेटल ओकेके, हेनरी चिनेदु और जोसेफ पॉल को दबोच लिया. उनके कब्जे से 359 ग्राम हेरोइन भी बरामद किया गया. इसी कड़ी में एक दूसरे ऑपरेशन में क्राइम ब्रांच ANTF की टीम ने दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय ड्रग तस्करों बारे में लक्ष्मी नगर और पटपड़गंज इलाकों में जानकारियों को विकसित करने में लगी हुई थी. ANTF के एसआई सुभाष चंद को गुप्त सूत्रों से एक नाईजीरियन नागरिक एबुबे और उसके सहयोगी वैभव महाजन के बारे में पता चला, जो कि प्रतिबंधित मादक पदार्थ एमडीएमए की सप्लाई में लिप्त थे, और नेहरू प्लेस के पास मेन मदर डेयरी रोड पर आने वाले थे. जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस टीम ने ट्रैप लगा कर उन्हें दबोच लिया. उनके कब्जे से 18 ग्राम एमडीएमए बरामद किया गया. इन मामलों में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, और आगे की जांच में जुट गई है.
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