नई दिल्ली: कालिंदी कुंज इलाके में तीन जून की रात को हुई फायरिंग के मामले में क्राइम ब्रांच ने तीन शूटरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनसे 4 पिस्तौल, 19 कारतूस, एक लाख रुपए और चोरी की एक स्कूटी बरामद की है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान श्रीनिवासपुरी निवासी शूटर आरिफ, पश्चिम बंगाल निवासी सफीक अली संफई उर्फ बाबू हकला और मदनपुर खादर निवासी तरुण उर्फ रंजन के रूप में हुई है.
पुलिस जांच में पता चला है कि बाबू हकला इलाके में गांजा बेचने का धंधा करता है. उसे पता चला कि उसके गिरोह के लोगों के बारे में मदनपुर खादर निवासी बबलू पुलिस को सूचना देता है. इस कारण उसमें बबलू की हत्या करवाने की साजिश रची. उसने अपने साथियों आरिफ और रंजन से संपर्क किया और तीन लाख रुपए की सुपारी दे दी. उसने एक लाख रुपए एडवांस दिए. बाबू हकला के कहने पर तारिक और रंजन ने तीन जून की रात बबलू पर हमला किया था. ये आरोपी लाजपत नगर में हुई 40 लाख रुपए की लूट मामले में भी वांछित थे.
छह गोलियां चलाई, एक गोली पैर लगी: क्राइम ब्रांच के विशेष पुलिस आयुक्त आरएस यादव ने बताया कि तीन जून की रात कालिंदी कुंज में आरोपियों ने जिस वक्त बबलू पर हमला किया उस वक्त बबलू बाइक से अपने घर जा रहा था. अचानक गोली चलाए जाने से वह बाइक समेत गिर गया. आरोपियों ने युवक पर 6 गोलियां चलाई, जिनमें से एक गोली युवक के पैर में लगी. उसके बाद मौके पर कुछ होकर पहुंच जाने के कारण बदमाश भाग गए. जांच में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि तारिक ने अपनी गर्लफ्रेंड के घर में फ्रिज में दो पिस्तौल छुपा रखे थे.
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विशाखापट्टनम से आता है गांजा: पुलिस पूछताछ पता चला है कि राजधानी दिल्ली में बिकने वाला गांजा विशाखापट्टनम से आता है. यह खेप डिलीवरी के माध्यम से भी आती है. कभी-कभी बाबू हकला गांजे की खेप लेने खुद भी विशाखापट्टनम जाता है. गांजे की खेप पकड़े जाने पर बाबू हकला को शक था कि बबलू पुलिस की मुखबिरी करता है, इसीलिए उसने हत्या की साजिश रच डाली. मोबाइल नंबर सर्विलांस के माध्यम से पुलिस ने सबसे पहले आरिफ को गिरफ्तार किया. इसके बाद उसकी निशानदेही पर बाकी अन्य आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए.
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