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CAA प्रोटेस्ट: पुलिस लाठीचार्ज में घायल नाबालिग को एक लड़की ने बचाया - teenager injured in police lathicharge

शुक्रवार को दिल्ली गेट पर चल रह प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया था. जिसमें एक नाबालिग बच्चा भी घायल हो गया था. लेकिन वक्त रहते एक लड़की ने घायल नाबालिग को अस्पताल पहुंचाया उसकी जान बचा ली.

teenager injured Delhi Gate police lathicharge
लाठीचार्ज में घायल नाबालिग
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Published : Dec 22, 2019, 8:38 AM IST

नई दिल्ली: शुक्रवार के दिन दिल्ली गेट पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज में एक नाबालिग घायल हो गया था. घायल नाबालिग को फरिश्ता बन कर साहिबा खानम नाम की एक लड़की ने बचा लिया. अगर वो लड़की उस बच्चे को सही वक्त पर अस्पताल में दाखिल नहीं करती नाबालिग बच्चे की जान जा सकती थी.

घायल नाबालिग को एक लड़की ने बचाया

पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुआ नाबालिग
ईटीवी भारत से बात करते हुए इस बहादुर लड़की ने बताया कि वो प्रदर्शन में शामिल थी. उस दौरान अचानक पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया. उसका कहना है कि पुलिस प्रदर्शनकारियों के सिर पर वार कर रही थी. इसी दौरान मैं और लोगों के साथ एक ऑफिस में घुस गई. जब मैं वहां से बाहर निकली तो एक 16 साल का बच्चा घायल स्थिति में पड़ा मिला. बच्चा दर्द से चिल्ला रहा था. मैंने लोगों से मदद मांगी लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की.

घायल नाबालिग को अस्पताल पहुंचाया
साहिबा खानम ने बताया कि एक व्यक्ति की मदद से वो उस बच्चे को अस्पताल ले आई. जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसके सर में काफी चोटें आई हैं. उस बच्चे का मोबाइल लाठीचार्ज के दौरान कही गिर गया. उसे अपने घर का पता मालूम नहीं था और ना ही घर के किसी सदस्य का नंबर याद है. रात को 2 बजे तक साहिबा उस बच्चे के साथ रही और अब उस बच्चे को उसके घर तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है.

खानम ने कहा कि पुलिस को लाठी चार्ज के दौरान लोगों के सिर पर वार नहीं करना चाहिए था. ऐसा लग रहा था कि पुलिस लोगों को भगाने के बजाय उनकी जान लेना चाहती है.

नई दिल्ली: शुक्रवार के दिन दिल्ली गेट पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज में एक नाबालिग घायल हो गया था. घायल नाबालिग को फरिश्ता बन कर साहिबा खानम नाम की एक लड़की ने बचा लिया. अगर वो लड़की उस बच्चे को सही वक्त पर अस्पताल में दाखिल नहीं करती नाबालिग बच्चे की जान जा सकती थी.

घायल नाबालिग को एक लड़की ने बचाया

पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुआ नाबालिग
ईटीवी भारत से बात करते हुए इस बहादुर लड़की ने बताया कि वो प्रदर्शन में शामिल थी. उस दौरान अचानक पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया. उसका कहना है कि पुलिस प्रदर्शनकारियों के सिर पर वार कर रही थी. इसी दौरान मैं और लोगों के साथ एक ऑफिस में घुस गई. जब मैं वहां से बाहर निकली तो एक 16 साल का बच्चा घायल स्थिति में पड़ा मिला. बच्चा दर्द से चिल्ला रहा था. मैंने लोगों से मदद मांगी लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की.

घायल नाबालिग को अस्पताल पहुंचाया
साहिबा खानम ने बताया कि एक व्यक्ति की मदद से वो उस बच्चे को अस्पताल ले आई. जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसके सर में काफी चोटें आई हैं. उस बच्चे का मोबाइल लाठीचार्ज के दौरान कही गिर गया. उसे अपने घर का पता मालूम नहीं था और ना ही घर के किसी सदस्य का नंबर याद है. रात को 2 बजे तक साहिबा उस बच्चे के साथ रही और अब उस बच्चे को उसके घर तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है.

खानम ने कहा कि पुलिस को लाठी चार्ज के दौरान लोगों के सिर पर वार नहीं करना चाहिए था. ऐसा लग रहा था कि पुलिस लोगों को भगाने के बजाय उनकी जान लेना चाहती है.

Intro:
जुमे के दिन दिल्ली गेट पर चल रहे प्रदर्शनकार्यो पर पुलिस की लाठी चार्ज मे घायल एक नाबालिग बच्चे को फरिश्ता बन कर साहिबा खानम नाम की एक लड़की ने बचा लिया।अगर ये लड़की उस बच्चे को सही वक़्त पर हस्पताल मे दाखिल नही करती तो उसकी जान जा सकती थी।
Body:साहिबा खानम ने फरिश्ता बन कर बच्चे की जान बचाई

नई दिल्ली
जुमे के दिन दिल्ली गेट पर चल रहे प्रदर्शनकार्यो पर पुलिस की लाठी चार्ज मे घायल एक नाबालिग बच्चे को फरिश्ता बन कर साहिबा खानम नाम की एक लड़की ने बचा लिया।अगर ये लड़की उस बच्चे को सही वक़्त पर हस्पताल मे दाखिल नही करती तो उसकी जान जा सकती थी।
Etv भारत से बात करते हुए इस बहादुर लड़की ने बताया कि वो प्रदर्शन में शामिल थी।अचानक पुलिस ने लाठी चार्ज की।पुलिस प्रदर्शनकार्यो के सर पर वार कर रही थी इसी दौरान में और लोगो के साथ एक ऑफिस में घुस गई वहाँ से जब बाहर निकली तो एक 16 साल का बच्चा घायल स्थिति में पड़ा मिला जो चिल्ला रहा था लोगो से मेने मदद मांगी लेकिन किसी मे मदद नही की।
साहिबा खानम ने बताया कि एक व्यक्ति की मदद से में उस बच्चे को हस्पताल ले आई जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसके सर में काफी चोटे आई है।उस बच्चे का मोबाइल लाठी चार्ज के दौरान कही गिर गया उसे अपने घर का पता मालूम नही हैं और न ही घर के किसी सदस्य का नंबर याद है।रात को 2 बजे तक मे इसके साथ रही आज फिर सुबह 11 बजे से उसे उसके घर तक पहुचाने की कोशिश कर रही हूं
खानम ने बताया कि पुलिस को लाठी चार्ज के दौरान लोगो के सर पर वार नही करना चाहिए ऐसा लग रहा था कि पुलिस लोगो को भगाने के बजाय उनकी जान लेना चाहती है।Conclusion:Visuals
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Sahiba khanan

साहिबा खानम का फेस blur कर देना याद से ।।।।।।।।


Wasi usmani
Reporter
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