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Summer Vacation: राजधानी के जिला न्यायालयों में 10 जून से होगी ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत, जानें फिर कब खुलेंगे कोर्ट - Delhi High Court

दिल्ली के जिला न्यायालयों में 10 जून से ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत होगी. इसमें क्रिमिनल कोर्ट में अवकाश 22 जून तक रहेगा. इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट में एक जून से ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत हुई थी.

Summer vacation begins in district courts of delhi
Summer vacation begins in district courts of delhi
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Published : Jun 9, 2023, 5:41 PM IST

जिला न्यायालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरूआत

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट में ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू होने के बाद अब शनिवार से जिला अदालतों में भी ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत हो रही है. इसलिए अधिकतर नियमित मामलों की सुनवाई जुलाई में होगी. कड़कड़डूमा कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे एडवोकेट अरुण राघव ने बताया कि जिला न्यायालयों में क्रिमिनल कोर्ट का ग्रीष्मकालीन अवकाश 10 से 22 जून तक रहेगा. इसी तरह सिविल कोर्ट में 10 जून से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा.

इस बीच वेकेशन बेंच ही बहुत जरूरी मामलों की सुनवाई करेगी. एडवोकेट मनीष भदौरिया ने बताया कि हर जिले में एक सेशन जज और एक महानगर दंडाधिकारी (मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट) वैकेशन बेंच जरूरी मामलों की सुनवाई करेंगे. एक जुलाई से सभी कोर्ट विधिवत खुलेंगे. दिल्ली में सात जिला न्यायालय परिसर हैं. जिनमें कुल 11 जिलों के जिला न्यायालय स्थित हैं. इसके साथ ही फैमिली कोर्ट, पोक्सो कोर्ट, एनआईए कोर्ट सहित अन्य अलग कोर्ट भी हैं. इन सभी कोर्ट में बड़ी संख्या में मामले लंबित हैं. दिल्ली हाई कोर्ट में एक जून से लेकर 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश है. इस दौरान वैकेशन बेंच (एक डबल और एक सिंगल बैंच) द्वारा केवल अर्जेंट मामलों की सुनवाई की जा रही है.

ये हैं दिल्ली के जिला न्यायालय परिसर

राउज एवेन्यू कोर्ट: यह जिला न्यायालय परिसर मुख्य रूप से राजधानी का एमपी-एमएलए कोर्ट है. यहां सांसदों और विधायकों के मुकदमे चलते हैं. देश के अलग अलग राज्यों के नेताओं पर दिल्ली में ईडी, सीबीआई और दिल्ली पुलिस द्वारा जो भी मुकदमे दर्ज किए जाते हैं उनकी सुनवाई राउज एवेन्यू कोर्ट में होती है.

राउज एवेन्यू कोर्ट के चर्चित मामले: इस कोर्ट में मौजूदा समय में सबसे चर्चित मामले दिल्ली के शराब घोटाले के हैं, जिसमें दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित 30 से ज्यादा लोग आरोपी हैं और 29 लोग गिरफ्तार हुए हैं. इसके अलावा राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड केस, टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, जगदीश टाइटलर के खिलाफ 1984 सिख दंगे का मामला, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, आप नेता सत्येंद्र जैन, आप विधायक वीरेंद्र कादियान सहित अन्य नेताओं के केस भी यहीं लंबित हैं.

कड़कड़डूमा कोर्ट: कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में राजधानी के तीन जिलों पूर्वी जिला, उत्तर पूर्वी और शाहदरा जिले के जिला न्यायालय स्थित हैं. इनमें इन जिलों के परिवार न्यायालय भी स्थित हैं. इस कोर्ट में अत्यधिक मुकदमे लंबित होने के चलते काफी अधिक भीड़ भाड़ रहती है.

कड़कड़डूमा कोर्ट के चर्चित मामले: कड़कड़डूमा कोर्ट में फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगे के केस बड़ी संख्या में लंबित हैं. इस दंगे में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इन मामलों में मुख्य रूप से गवाही और फैसले सुनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है.

तीस हजारी कोर्ट: इस जिला न्यायालय परिसर में पश्चिमी जिला और मध्य जिले के जिला न्यायालय स्थित हैं. इसके अलावा यहां ट्रैफिक का वर्चुअल कोर्ट भी हैं, यहां भी मुकदमों के चलते काफी भीड़भाड़ रहती है. यहां हाल ही का कोई चर्चित मामला लंबित नहीं है.

पटियाला हाउस कोर्ट: यह नई दिल्ली जिले का जिला न्यायालय है. यहां एनआईए कोर्ट भी स्थित है, जिसमें देशभर में गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम (यूएपीए) और आतंकवादी घटनाओं से संबंधित घटनाओं में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा दर्ज मुकदमों की सुनवाई होती है.

पटियाला हाउस कोर्ट के चर्चित मामले: पटियाला हाउस कोर्ट में ठग सुकेश चंद्रशेखर का 200 करोड़ रूपये की ठगी करने, सूरत में बम ब्लास्ट की साजिश के आरोपी आतंकी यासीन भटकल व अन्य और गैंगस्टर के मामले और लॉरेंस बिश्नोई के बहुचर्चित मुकदमे यहीं लंबित हैं.

साकेत कोर्ट: यह दक्षिण पूर्वी और दक्षिणी जिले का जिला न्यायालय है. यहां इन दोनों जिलों के मामले विचाराधीन हैं. यहां कई बहुचर्चित मामले भी चल रहे हैं. पिछले महीने एक वकील द्वारा एक महिला वकील को गोली मरने की घटना भी इस कोर्ट में हुई थी.

साकेत कोर्ट के बहुचर्चित मामले: देश का बहुचर्चित श्रद्धा वॉकर हत्याकांड, जिसमें आरोपी ने मृतक युवती के शव के 35 टुकड़ों में काटकर जंगल में फेंक दिया था, यहीं लंबित है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की कुंडा सीट से लगातार नौ बार के विधायक, पूर्व मंत्री व जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह का तलाक का मुकदमा भी यहीं लंबित है.

रोहिणी कोर्ट: उत्तरी और उत्तर पश्चिम जिले के जिला न्यायालय इस परिसर में स्थित हैं. रोहिणी कोर्ट को काफी संवेदनशील माना जाता है. यहां गोलीबारी की कई घटनाएं हो चुकी हैं और कई लोग मारे भी गए हैं. यहां अधिकतर घटनाएं गैंगस्टर के बीच गैंगवार के चलते हुई हैं.

यह भी पढ़ें-बिना प्रमाण के दो हजार के नोट बदलने के RBI के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर SC का तुरंत सुनवाई से इनकार

रोहिणी कोर्ट के बहुचर्चित मामले: हाल ही में हुई गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या और चाकू के 22 बार वार करके की गई नाबालिग लड़की की हत्या का मामला भी यहीं लंबित है.

द्वारका कोर्ट: द्वारका जिला परिसर में दक्षिण पश्चिम जिले का जिला न्यायालय है. यह दिल्ली का सबसे बाहरी जिला है. द्वारका जिले में अभी सघन आबादी नहीं इस जिले में अभी बसावट का काम चल रहा है. इसलिए इस कोर्ट में अभी अन्य कोर्ट के मुकाबले कम मामले लंबित हैं.

यह भी पढ़ें-Anonymous Property Case: कोर्ट ने लालू यादव की बेटी मीसा भारती को थाईलैंड जाने की दी अनुमति

जिला न्यायालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरूआत

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट में ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू होने के बाद अब शनिवार से जिला अदालतों में भी ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत हो रही है. इसलिए अधिकतर नियमित मामलों की सुनवाई जुलाई में होगी. कड़कड़डूमा कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे एडवोकेट अरुण राघव ने बताया कि जिला न्यायालयों में क्रिमिनल कोर्ट का ग्रीष्मकालीन अवकाश 10 से 22 जून तक रहेगा. इसी तरह सिविल कोर्ट में 10 जून से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा.

इस बीच वेकेशन बेंच ही बहुत जरूरी मामलों की सुनवाई करेगी. एडवोकेट मनीष भदौरिया ने बताया कि हर जिले में एक सेशन जज और एक महानगर दंडाधिकारी (मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट) वैकेशन बेंच जरूरी मामलों की सुनवाई करेंगे. एक जुलाई से सभी कोर्ट विधिवत खुलेंगे. दिल्ली में सात जिला न्यायालय परिसर हैं. जिनमें कुल 11 जिलों के जिला न्यायालय स्थित हैं. इसके साथ ही फैमिली कोर्ट, पोक्सो कोर्ट, एनआईए कोर्ट सहित अन्य अलग कोर्ट भी हैं. इन सभी कोर्ट में बड़ी संख्या में मामले लंबित हैं. दिल्ली हाई कोर्ट में एक जून से लेकर 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश है. इस दौरान वैकेशन बेंच (एक डबल और एक सिंगल बैंच) द्वारा केवल अर्जेंट मामलों की सुनवाई की जा रही है.

ये हैं दिल्ली के जिला न्यायालय परिसर

राउज एवेन्यू कोर्ट: यह जिला न्यायालय परिसर मुख्य रूप से राजधानी का एमपी-एमएलए कोर्ट है. यहां सांसदों और विधायकों के मुकदमे चलते हैं. देश के अलग अलग राज्यों के नेताओं पर दिल्ली में ईडी, सीबीआई और दिल्ली पुलिस द्वारा जो भी मुकदमे दर्ज किए जाते हैं उनकी सुनवाई राउज एवेन्यू कोर्ट में होती है.

राउज एवेन्यू कोर्ट के चर्चित मामले: इस कोर्ट में मौजूदा समय में सबसे चर्चित मामले दिल्ली के शराब घोटाले के हैं, जिसमें दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित 30 से ज्यादा लोग आरोपी हैं और 29 लोग गिरफ्तार हुए हैं. इसके अलावा राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड केस, टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, जगदीश टाइटलर के खिलाफ 1984 सिख दंगे का मामला, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, आप नेता सत्येंद्र जैन, आप विधायक वीरेंद्र कादियान सहित अन्य नेताओं के केस भी यहीं लंबित हैं.

कड़कड़डूमा कोर्ट: कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में राजधानी के तीन जिलों पूर्वी जिला, उत्तर पूर्वी और शाहदरा जिले के जिला न्यायालय स्थित हैं. इनमें इन जिलों के परिवार न्यायालय भी स्थित हैं. इस कोर्ट में अत्यधिक मुकदमे लंबित होने के चलते काफी अधिक भीड़ भाड़ रहती है.

कड़कड़डूमा कोर्ट के चर्चित मामले: कड़कड़डूमा कोर्ट में फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगे के केस बड़ी संख्या में लंबित हैं. इस दंगे में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इन मामलों में मुख्य रूप से गवाही और फैसले सुनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है.

तीस हजारी कोर्ट: इस जिला न्यायालय परिसर में पश्चिमी जिला और मध्य जिले के जिला न्यायालय स्थित हैं. इसके अलावा यहां ट्रैफिक का वर्चुअल कोर्ट भी हैं, यहां भी मुकदमों के चलते काफी भीड़भाड़ रहती है. यहां हाल ही का कोई चर्चित मामला लंबित नहीं है.

पटियाला हाउस कोर्ट: यह नई दिल्ली जिले का जिला न्यायालय है. यहां एनआईए कोर्ट भी स्थित है, जिसमें देशभर में गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम (यूएपीए) और आतंकवादी घटनाओं से संबंधित घटनाओं में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा दर्ज मुकदमों की सुनवाई होती है.

पटियाला हाउस कोर्ट के चर्चित मामले: पटियाला हाउस कोर्ट में ठग सुकेश चंद्रशेखर का 200 करोड़ रूपये की ठगी करने, सूरत में बम ब्लास्ट की साजिश के आरोपी आतंकी यासीन भटकल व अन्य और गैंगस्टर के मामले और लॉरेंस बिश्नोई के बहुचर्चित मुकदमे यहीं लंबित हैं.

साकेत कोर्ट: यह दक्षिण पूर्वी और दक्षिणी जिले का जिला न्यायालय है. यहां इन दोनों जिलों के मामले विचाराधीन हैं. यहां कई बहुचर्चित मामले भी चल रहे हैं. पिछले महीने एक वकील द्वारा एक महिला वकील को गोली मरने की घटना भी इस कोर्ट में हुई थी.

साकेत कोर्ट के बहुचर्चित मामले: देश का बहुचर्चित श्रद्धा वॉकर हत्याकांड, जिसमें आरोपी ने मृतक युवती के शव के 35 टुकड़ों में काटकर जंगल में फेंक दिया था, यहीं लंबित है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की कुंडा सीट से लगातार नौ बार के विधायक, पूर्व मंत्री व जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह का तलाक का मुकदमा भी यहीं लंबित है.

रोहिणी कोर्ट: उत्तरी और उत्तर पश्चिम जिले के जिला न्यायालय इस परिसर में स्थित हैं. रोहिणी कोर्ट को काफी संवेदनशील माना जाता है. यहां गोलीबारी की कई घटनाएं हो चुकी हैं और कई लोग मारे भी गए हैं. यहां अधिकतर घटनाएं गैंगस्टर के बीच गैंगवार के चलते हुई हैं.

यह भी पढ़ें-बिना प्रमाण के दो हजार के नोट बदलने के RBI के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर SC का तुरंत सुनवाई से इनकार

रोहिणी कोर्ट के बहुचर्चित मामले: हाल ही में हुई गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या और चाकू के 22 बार वार करके की गई नाबालिग लड़की की हत्या का मामला भी यहीं लंबित है.

द्वारका कोर्ट: द्वारका जिला परिसर में दक्षिण पश्चिम जिले का जिला न्यायालय है. यह दिल्ली का सबसे बाहरी जिला है. द्वारका जिले में अभी सघन आबादी नहीं इस जिले में अभी बसावट का काम चल रहा है. इसलिए इस कोर्ट में अभी अन्य कोर्ट के मुकाबले कम मामले लंबित हैं.

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