नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में विशाखापटनम से गांजा लाकर तस्करों को सप्लाई किया जा रहा है. ये खुलासा क्राइम ब्रांच की पकड़ में आए तस्करों ने किया है. पुलिस ने इनके पास से ट्रक में भरा 800 किलो गांजा बरामद किया है.
पकड़े गए गांजे की कीमत 2 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई गई है. पुलिस गांजा देने और मंगवाने वाले की तलाश कर रही है.
800 किलो गांजा बरामद
डीसीपी जॉय टिर्की के मुताबिक स्पेशल सेल में तैनात हवलदार संदीप को सूचना मिली थी कि काजिम और दिनेश नागालैंड नंबर के ट्रक पर गांजा लेकर आएंगे. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर आलोक कुमार की देखरेख में पुलिस टीम ने बवाना औद्योगिक क्षेत्र से इस ट्रक को पकड़ लिया.
तलाशी में इस ट्रक के अंदर से 800 किलो गांजा बरामद हुआ जिसकी कीमत दो करोड़ रुपये से ज्यादा बताई गई है. इस बाबत एनडीपीएस एक्ट के तहत क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया है.
2 साल से कर रहा गांजे की तस्करी
पूछताछ के दौरान मोहम्मद काजिम ने बताया कि वो 9वीं कक्षा तक पढ़ा है. वो 2012 में दिल्ली आया था और यहां एक फैक्ट्री में नौकरी करता था. 2 साल पहले वो कमरुद्दीन निवासी सलीम से मिला और उसके साथ काम करने लगा.
सलीम मादक पदार्थ की तस्करी करता है. वो दिल्ली एनसीआर के तस्करों को गांजा पहुंचाता है. वो पहले आंध्र प्रदेश से ट्रेन के रास्ते गांजा लेकर आता था. सलीम सीधे हवाई जहाज से वहां डील करने जाता था, जबकि गांजा लेकर काजिम आ जाता था.
अब ट्रक में भरकर लाने लगा गांजा
कुछ समय पहले उसकी मुलाकात मिर्जापुर निवासी आनंद से हुई. वो विशाखापटनम के जंगलों से अनवर से गांजा लेता था. दूसरा आरोपी दिनेश यूपी के मिर्जापुर का रहने वाला है.
वो बीते 15 साल से ट्रक ड्राइवर का काम करता है. वो 2 महीने पहले मिर्जापुर निवासी आनंद पांडे से मिला. वो उसे खाली ट्रक लेकर विशाखापट्टनम भेजता था, जहां से उसे ट्रक में गांजा भरकर लाना होता था. दोनों ही आरोपी पहली बार गिरफ्तार हुए हैं.