नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है. ऐसे में देश को कई जोन्स जैसे रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन्स में बांटा गया है. वहीं रेड जोन के तहत कई नियमों का उल्लंघन हो रहा हैं.
इसी क्रम में पुरानी दिल्ली के सामाजिक कार्यकर्ता शाहिद गंगोही ने चांदनी महल इलाके में जिलाधिकारी के निर्देशों के उल्लंघन करने का मामला उठाते हुए कहा कि 10 अप्रैल को चांदनी महल इलाके में कोरोना के मामले सामने आने के बाद एक ऑर्डर जारी हुआ, जिसका लगातार उल्लंघन हो रहा है.
ये ऑर्डर हुआ था जारी
ऑर्डर के तहत चांदनी महल इलाको को रेड जोन घोषित करते हुए डीसीपी सेंट्रल को कहा गया था कि वो सभी निकास पॉइंट्स को बंद करेंगे. इसी तरह एसपी सिटी को कहा गया था कि वो क्षेत्र में सैनिटाइजेशन कराए.
SDM कोतवाली को मूवमेंट रोकने और डोर स्टेप डिलीवरी को लागू करने को कहा गया था. इसी के साथ ऑर्डर में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के मेडिकल अफसर को लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग करने के लिए कहा गया था.
'किसी ने नहीं निभाई जिम्मेदारी'
शाहिद गंगोही ने कहा कि डीएम के ऑर्डर को जारी हुए 29 दिन हो गए है. लेकिन किसी ने भी अपनी जिम्मेदारी को सही से नहीं अंजाम दिया. उन्होंने कहा कि बाजारों में भीड़-भाड़ है. इलाके मे सैनिटाइजेशन का काम सही से नहीं किया गया.
मेडिकल स्क्रीनिंग के नाम पर खाना पूर्ति की गई है. डोर स्टेप डिलीवरी पर अमल नहींं किया गया. शाहिद गंगोही ने पूछा कि इस सबके लिए जिम्मेदार कौन है. अगर यहां कोरोना के मामले बढ़े तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. ये बड़ी लापरवाही है जो भी इसके लिए जिम्मेदारी है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.