नई दिल्ली: रमजान का महीना बेहद ही पाक और नेकी का महीना होता है. रमजान में मुसलमान पांच वक्त की नमाज और रोज़ा रखते हैं. दूसरी तरफ लोगों की मदद कर नेकी कमाते हैं.
ऐसा ही एक नेकी का नजारा जामा मस्जिद के पास कबूतर मार्केट में देखने को मिला जहां एक नेक इंसान रमजान के 30 दिन उन लोगों को रोज़ा इफ्तार कराता है, जो इफ्तारी का सामान खरीदने में सक्षम नहीं होते हैं.
शाम 6:30 बजे कबूतर मार्केट के पास फुटपाथ पर कुछ लोग चटाई बिछाकर इफ्तारी का सामान तैयार करते हैं. आबाद अली एक ट्रैवल कंपनी चलाते हैं. रोज शाम लगभग 6:00 बजे के आसपास यहीं कबूतर मार्केट के पास कुर्सी डाल कर बैठ जाते हैं और वहीं मौजूद कुछ लोगों को पैसे देकर इफ्तारी के लिए फ़ल, खजूर, जूस और खाने का सामान मंगा लेते हैं.
वहां मौजूद लोग इफ्तारी के सामान को फुटपाथ पर सजा देते हैं, फुटपाथ पर इफ्तार का सामान लगा देख वहां से गुजरने वाले जरूरतमंद उस फुटपाथ पर आकर बैठ जाते हैं कुछ ही देर में यहां 20-25 लोग हो जाते हैं जो कि साथ बैठकर इफ्तार करते हैं और यह सिलसिला रमजान भर चलता रहता है.