नई दिल्ली : अशोक प्रधान गैंग के दो बदमाशों को स्पेशल सेल ने द्वारका मोड़ के पास से गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अभिषेक उर्फ शेखू और सचिन के रूप में की गई है. इनके पास से दो पिस्तौल और 9 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. हत्या सहित कई वारदातों को अंजाम दे चुके इन बदमाशों पर दिल्ली पुलिस एवं हरियाणा पुलिस (Bounty criminals arrested) की तरफ से इनाम घोषित था. अशोक प्रधान के इशारे पर वह नीरज बवानिया गैंग को निशाना बनाते थे.
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार, फरार चल रहे बदमाशों को लेकर स्पेशल सेल के एसीपी संजय दत्त की देखरेख में इंस्पेक्टर संदीप यादव की टीम काम कर रही थी. पुलिस टीम को पता चला कि अशोक प्रधान गैंग का शूटर अभिषेक हत्या, हत्या प्रयास और जबरन उगाही की वारदातों में शामिल रहा है. उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है. यह भी पता चला कि वह द्वारका मोड़ के पास किसी अपराध को अंजाम देने के इरादे से आएगा. इस सूचना पर पुलिस टीम ने द्वारका मोड़ के पास से अभिषेक और सचिन को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में इनके पास से दो पिस्तौल और 9 जिंदा कारतूस बरामद हुए. इस बाबत आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है.
पूछताछ के दौरान अभिषेक ने पुलिस को बताया कि उसने कुछ साल पहले गैंगस्टर प्रियव्रत के घर पर गोली चलाई थी. इस मामले में वह गिरफ्तार भी हुआ था. प्रियव्रत इस वारदात के बाद से उसे धमका रहा था. इसलिए वह अशोक प्रधान गैंग में शामिल हो गया, जो नीरज बवानिया का विरोधी है. अशोक प्रधान के इशारे पर उसने कई हत्याओं को अंजाम दिया. उसने हरियाणा में शक्ति दादा उर्फ लीला की हत्या की जो नीरज बवानिया का रिश्तेदार था. अशोक प्रधान और नीरज बवानिया के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही है. इसे लेकर झज्जर के दुजाना थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था.
दिल्ली के कुतुबगढ़ इलाके में नंदी बनिया की उसने कुछ माह पूर्व हत्या कर दी थी. इस हत्या में भी वह वांछित था. उन्होंने 50 लाख रुपये की रंगदारी नंदी से मांगी थी. मना करने पर उन्होंने कारोबारी की हत्या कर दी थी. इस बाबत कंझावला थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था. अभिषेक ने अपने साथियों भूरा, संजय आदि के साथ मिलकर अपने गांव के रहने वाले रोहित वर्मा उर्फ केडी की भी हत्या कर दी थी. वह उसके गैंग के सदस्यों के बारे में विरोधी गैंग को सूचना देता था. इसे लेकर बवाना थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था. गिरफ्तार किया गया सचिन हरियाणा में एक कॉलेज के अंदर हुई आकाश नामक युवक की हत्या के मामले में वांटेड (most wanted of Haryana arrested) था. उसके ऊपर हरियाणा पुलिस की तरफ से 10 हजार रुपये का इनाम घोषित (Bounty criminal of haryana)था.
गिरफ्तार किया गया अभिषेक दिल्ली के कटेवरा गांव का रहने वाला है. 2015-16 में नाबालिग रहते हुए उसने पहली बार गांव के एक शख्स पर गोली चलाई थी. वह बीते 5 साल से आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा है. फिलहाल स्पेशल सेल उससे अशोक प्रधान गैंग से जुड़े बदमाशों को लेकर पूछताछ कर रही है.
हत्याओं में वांटेड अशोक प्रधान के शूटर गिरफ्तार, निशाने पर था विरोधी गैंग - shooters arrested in delhi
अशोक प्रधान गैंग के दो बदमाशों को स्पेशल सेल ने दिल्ली में गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अभिषेक उर्फ शेखू और सचिन के रूप में की गई है. इन बदमाशों पर दिल्ली पुलिस एवं हरियाणा पुलिस (Bounty criminals arrested) की तरफ से इनाम घोषित था. अशोक प्रधान के इशारे पर वह नीरज बवानिया गैंग को निशाना बनाते थे.
नई दिल्ली : अशोक प्रधान गैंग के दो बदमाशों को स्पेशल सेल ने द्वारका मोड़ के पास से गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अभिषेक उर्फ शेखू और सचिन के रूप में की गई है. इनके पास से दो पिस्तौल और 9 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. हत्या सहित कई वारदातों को अंजाम दे चुके इन बदमाशों पर दिल्ली पुलिस एवं हरियाणा पुलिस (Bounty criminals arrested) की तरफ से इनाम घोषित था. अशोक प्रधान के इशारे पर वह नीरज बवानिया गैंग को निशाना बनाते थे.
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार, फरार चल रहे बदमाशों को लेकर स्पेशल सेल के एसीपी संजय दत्त की देखरेख में इंस्पेक्टर संदीप यादव की टीम काम कर रही थी. पुलिस टीम को पता चला कि अशोक प्रधान गैंग का शूटर अभिषेक हत्या, हत्या प्रयास और जबरन उगाही की वारदातों में शामिल रहा है. उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है. यह भी पता चला कि वह द्वारका मोड़ के पास किसी अपराध को अंजाम देने के इरादे से आएगा. इस सूचना पर पुलिस टीम ने द्वारका मोड़ के पास से अभिषेक और सचिन को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी में इनके पास से दो पिस्तौल और 9 जिंदा कारतूस बरामद हुए. इस बाबत आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है.
पूछताछ के दौरान अभिषेक ने पुलिस को बताया कि उसने कुछ साल पहले गैंगस्टर प्रियव्रत के घर पर गोली चलाई थी. इस मामले में वह गिरफ्तार भी हुआ था. प्रियव्रत इस वारदात के बाद से उसे धमका रहा था. इसलिए वह अशोक प्रधान गैंग में शामिल हो गया, जो नीरज बवानिया का विरोधी है. अशोक प्रधान के इशारे पर उसने कई हत्याओं को अंजाम दिया. उसने हरियाणा में शक्ति दादा उर्फ लीला की हत्या की जो नीरज बवानिया का रिश्तेदार था. अशोक प्रधान और नीरज बवानिया के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही है. इसे लेकर झज्जर के दुजाना थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था.
दिल्ली के कुतुबगढ़ इलाके में नंदी बनिया की उसने कुछ माह पूर्व हत्या कर दी थी. इस हत्या में भी वह वांछित था. उन्होंने 50 लाख रुपये की रंगदारी नंदी से मांगी थी. मना करने पर उन्होंने कारोबारी की हत्या कर दी थी. इस बाबत कंझावला थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था. अभिषेक ने अपने साथियों भूरा, संजय आदि के साथ मिलकर अपने गांव के रहने वाले रोहित वर्मा उर्फ केडी की भी हत्या कर दी थी. वह उसके गैंग के सदस्यों के बारे में विरोधी गैंग को सूचना देता था. इसे लेकर बवाना थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था. गिरफ्तार किया गया सचिन हरियाणा में एक कॉलेज के अंदर हुई आकाश नामक युवक की हत्या के मामले में वांटेड (most wanted of Haryana arrested) था. उसके ऊपर हरियाणा पुलिस की तरफ से 10 हजार रुपये का इनाम घोषित (Bounty criminal of haryana)था.
गिरफ्तार किया गया अभिषेक दिल्ली के कटेवरा गांव का रहने वाला है. 2015-16 में नाबालिग रहते हुए उसने पहली बार गांव के एक शख्स पर गोली चलाई थी. वह बीते 5 साल से आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा है. फिलहाल स्पेशल सेल उससे अशोक प्रधान गैंग से जुड़े बदमाशों को लेकर पूछताछ कर रही है.