नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा आयोजित दसवीं और12वीं की बोर्ड परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्रों की कंपार्टमेंट आई है. ऐसे में शिक्षा निदेशालय ने कंपार्टमेंट में आए छात्रों के अंक सुधारने के लिए सभी सरकारी स्कूलों में निदानात्मक कक्षाएं शुरू की है.
7 बजे से 10:30 बजे तक चलेंगी कक्षाएं
बता दें कि 15 मई से 29 जून तक चलने वाली इन रिमेडियल क्लासेस का समय सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक निर्धारित किया गया था. वहीं इन दिनों दिल्ली में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए इस समय में बदलाव कर दिया गया है और अब यह निदानात्मक कक्षाएं सुबह 7 बजे से 10:30 बजे तक ही चलेंगी.
सीबीएसई द्वारा आयोजित 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं फेल हुए हैं. वहीं कंपार्टमेंट लाने वाले छात्रों की संख्या भी काफी अधिक है. ऐसे में शिक्षा निदेशालय इन छात्रों को परीक्षा पास करवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता.
निदानात्मक कक्षाएं शुरू की है
छात्रों को पूरी तरह अभ्यास मिल सके और उनकी समस्याओं का निदान हो सके इसको लेकर शिक्षा निदेशालय ने सभी सरकारी स्कूलों में निदानात्मक कक्षाएं शुरू की है.
बता दें कि अधिकतर छात्रों की कंपार्टमेंट गणित और विज्ञान के विषय में ही आई है. इसीलिए इन विषयों पर खासा जोर दिया जा रहा है. इसके लिए सभी स्कूलों में बाकायदा शिक्षक नियुक्त किए गए हैं, जो छात्रों की विषय संबंधित सभी समस्याओं का एक-एक करके निदान करेंगे.
सेहत खराब होने की शिकायतें आई
बता दें कि 15 मई से शुरू हुई यह निदानात्मक कक्षाएं सभी सरकारी स्कूलों में चल रही है.10वीं और12वीं के कंपार्टमेंट के छात्र सुबह 7:30 बजे से 12:30 बजे तक यह कक्षाएं अटेंड करते थे. वहीं पिछले दिनों गर्मी का पारा बढ़ जाने से कई स्कूलों से बच्चों की सेहत खराब होने की शिकायतें आई थी.
यहां तक कि गर्मी से एक शिक्षक की जान भी चली गई थी. इसी को संज्ञान में लेते हुए शिक्षा निदेशालय ने एक सर्कुलर जारी किया है. जिसके द्वारा सभी सरकारी स्कूलों को सूचित किया गया है कि निदानात्मक कक्षाओं के समय में बदलाव किए गए हैं जिसके चलते सुबह 7:30 से 12:30 तक चलने वाली रिमेडियल क्लासेस अब नए रूटीन के हिसाब से सुबह 7 बजे से शुरू होकर 10:30 बजे ही खत्म हो जाएंगी.
शिक्षा निदेशालय का कहना है कि छात्रों का स्वास्थ्य गर्मी के चलते ना बिगड़ जाए, इसलिए क्लासेज के समय में बदलाव किया गया है. बता दें कि इन निदानात्मक कक्षाओं में उन सभी छात्रों पर ध्यान दिया जा रहा है, जो किसी ना किसी विषय में कमजोर हैं और उनकी कंपार्टमेंट आई है.