नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को गाजियाबाद से भारत की पहली रैपिड रेल 'रैपिडेक्स' को हरी झंडी दिखाएंगे. वहीं, शनिवार से रैपिडेक्स आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा. दिल्ली-एनसीआर के लोग बेसब्री से रैपिड रेल का इंतजार कर रहे हैं. इसकी शुरुआत होने के बाद लोगों को जहां एक तरफ वर्ल्ड क्लास यात्रा का अनुभव मिलेगा. वहीं दूसरी तरफ समय की भी भारी बचत होगी. ऐसे में आइए जानते हैं कि रैपिडेक्स शुरू होने के बाद लोगों को क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी.
160 किमी प्रति घंटा होगी रफ्तार: आरआरटीएस एक हाई-स्पीड, हाई-फ्रीक्वेंसी परिवहन प्रणाली है. आरटीएस कॉरिडोर पर रैपिड रेल 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी. आरटीएस कॉरिडोर के प्रायोरिटी स्टेशन साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच पहले चरण में संचालन शुरू होगा. प्रधानमंत्री के उद्घाटन के बाद 21 अक्टूबर से लोग रैपिड रेल में सफर कर सकेंगे.
इस रूट पर दौड़ेगी RapidX: साहिबाबाद से दुबई डिपो के बीच संचालन शुरू होगा. इस सेक्शन पर पांच स्टेशन है, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो. रैपिडएक्स सुबह 6 बजे से रात 11 बजे के बीच चलेगी. दोनों दिशाओं में पहली ट्रेन द्वारा परिचालन सुबह 6 बजे से आरंभ होगा. दोनों दिशाओं के स्टेशनों से अंतिम ट्रेन रात 11 बजे प्रस्थान करेगी. शुरुआत में हर 15 मिनट में एक ट्रेन उपलब्ध होगी. हालांकि, यात्रियों की संख्या के आधार पर फ्रीक्वेंसी और बढ़ाया जा सकता है.
एक बार में 1700 यात्री करेंगे सफर: रैपिडएक्स ट्रेन में 6 डिब्बे हैं. जिनमें लगभग 1700 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं. हर स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम कोच में 62 सीटें उपलब्ध है. रैपिडएक्स ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है, यह प्रीमियम कोच के बाद दूसरा कोच होगा.
ट्रेन में होगा एक प्रीमियम कोच: रैपिडएक्स में एक प्रीमियम कोच भी है जिसमें रिक्लाइनिंग सीटें, कोट हुक, मैगजीन होल्डर और फुटरेस्ट जैसी कई अतिरिक्त यात्री-केंद्रित सुविधाएं होंगी. दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाला पहला कोच और मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाला अंतिम कोच प्रीमियम कोच होगा. प्रीमियम कोच से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफार्म स्तर पर एक प्रीमियम लाउंज प्रदान किया गया है, जिसके माध्यम से ही कोच में प्रवेश मिलेगा. लाउंज में एक वेंडिंग मशीन की सुविधा होगी जहां से स्नैक्स या पेय खरीदे जा सकते हैं.
सभी स्टेशन पर एचडी डोर: आरआरटीएस स्टेशन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) लगाए गए हैं. प्लेटफ़ॉर्म स्क्रीन डोर्स को आरआरटीएस ट्रेन के दरवाजों और सिग्नलिंग प्रणाली के साथ एकीकृत किया गया है. पीएसडी और ट्रेन के दरवाज़े, दोनों बंद होने के बाद ही ट्रेन को चलाया जाएगा.
AI तकनीक से होगी सुरक्षा जांच: आरआरटीएस स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा जांच के लिए अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)- डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) का उपयोग किया जा रहा है. यह सिस्टम यात्रियों की स्क्रीनिंग कर किसी भी संदिग्ध वस्तु को स्टेशन तक पहुंचने से रोकने में सहायता करेगा. स्टेशन के प्रवेश द्वार पर लगे लगेज स्कैनर भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस है. इन स्कैनरों में एक डुअल-व्यू जनरेटर एक्स-रे बैगेज निरीक्षण प्रणाली है जो स्कैनर के माध्यम से गुजरने वाले सामान की दोहरी स्क्रीनिंग को सक्षम बनाएगी.
UPSSF करेगी सुरक्षा: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी रैपिडएक्स स्टेशनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (UPSSF) को सौंपी है. दिल्ली में स्टेशनों पर सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) द्वारा सुनिश्चित की जाएगी. रैपिडएक्स के लिए गाजियाबाद और मेरठ में एक पुलिस स्टेशन का भी प्रावधान किया है. इसके अलावा, स्टेशनों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक स्टेशन पर एक पुलिस पोस्ट का प्रावधान भी किया गया है.
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कितना होगा किराया: एनसीआरटीसी द्वारा अभी रैपिडेक्स के किराया की घोषणा नहीं की गई है. माना जा रहा कि आम जनता के लिए संचालन शुरू होने से पहले एनसीआरटी से द्वारा रैपिडेक्स की किराए की घोषणा की जा सकती है.
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