नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की सर्कुलर की वजह से आये दिन ई रिक्शा चालकों के चालान हो रहा है. चालान भी 100-200 का नहीं बल्कि 20-20, 25-25 हजार रुपये तक का किया जा रहा है. जिससे ई रिक्शा चालक काफी परेशान हैं. तस्वीरें नजफगढ़ के फिरनी रोड की हैं, जिनमें आप देख सकते हैं कि ई रिक्शा चालक लगातार हो रहे चालान के विरोध में एक जुट हो कर प्रदर्शन कर रहे हैं.
इन रिक्शा चालकों के समर्थन में बीजेपी के कार्यकर्ता भी उनके साथ खड़े हो कर दिल्ली सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हरेंद्र सिंघल ने बताया कि बैटरी से चलने वाले ई रिक्शा से किसी तरह का कोई पॉल्यूशन नहीं होता है. साथ ही आने-जाने वाले राहगीर 10-20 रुपये में अपने घर तक पहुंच जाते हैं, जबकि ऑटो से जाने पर काफी किराया भरना पड़ता है. ई रिक्शा छोटी गलियों में भी आसानी से चली जाती है, जो लोगों के लिए काफी सुविधाजनक होता है.
ऐसे में इन सस्ती, प्रदूषण रहित गाड़ियों को सर्कुलर रोड और मेन रोड पर चलने पर दिल्ली सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है. कहीं भी जाने के लिए मेन रोड पर जाना ही पड़ता है और जब ये रिक्शा चालक मेन रोड पर चलते हैं, तो ट्रफिक वाले उनसे पैसे मांगते हैं. जो दे देते हैं उन्हें जाने दिया जाता है और जो नहीं दे पाते उनका चालान काटा जाता है, वो भी 20-20 हजार रुपये तक का.
10-20 रुपये प्रति सवारी लेने वाले ये रिक्शा चालक मुश्किल से घर चला पाते हैं, वो चालान कहां से भर पाएंगे. रिक्शा चालकों और इनके समर्थन में खड़े लोगों ने ईटीवी को चालान की प्रति दिखाते हुए सरकार से मांग की है कि इस तरह से चालान कर उनको परेशान ना किया जाए. ये आम जनता की सवारी है और इसे चलने दिया जाए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप