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खेलने दो साहब! खट्टर सरकार की नई खेल नीति के ख़िलाफ़ खिलाड़ियों का प्रदर्शन

दिल्ली के जंतर-मंतर पर हरियाणा सरकार की खेल नीति को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान खट्टर सरकार को ज्ञापन भी सौंपा गया.

खेल नीति को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन
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Published : Jun 29, 2019, 11:41 AM IST

Updated : Jun 29, 2019, 2:03 PM IST

नई दिल्ली: हाल ही में हरियाणा सरकार ने अपनी नई खेल नीति की घोषणा की है, जिसके विरोध में अब बहुत सारे लोग उतर आए हैं. दिल्ली के जंतर-मंतर पर एनजीओ और खिलाड़ियों के एक बहुत बड़े वर्ग ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया.

कुश्ती और कबड्डी के खिलाड़ी हरियाणा सरकार की इस नीति के खिलाफ खड़े हुए नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि हमारी जीत की धनराशि को आधे से भी कम कर दिया गया है. सरकारी नौकरियों में भी रिजर्वेशन को 3 प्रतिशत से घटाकर खत्म कर दिया गया है.

खेल नीति को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन

खट्टर सरकार को दिया ज्ञापन
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सुरेंद्र कालीरमन ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि वो हरियाणा सरकार को ज्ञापन की एक प्रति दे रहे हैं, जिसमें उन्होंने अपनी तमाम शर्तों को लिखा है.

जिसमें सबसे पहले खिलाड़ियों को मिलने वाली धनराशि को पहले की तरह करने के लिए कहा गया है. साथ ही जूनियर और सब जूनियर लेवल पर धनराशि में जो कटौती की गई है, उसे भी वापस लेना होगा. लोगों का कहना है कि हरियाणा शुरू से ही खेलों का गढ़ रहा है और यहां से बहुत सारे खिलाड़ी भी निकले हैं.

हर बार ओलंपिक में सबसे ज्यादा मेडल अगर किसी राज्य से आते हैं तो वह हरियाणा है. ऐसे में अगर खिलाड़ियों के सम्मान के लिए हम कुछ कर सकें तो हमारे लिए गर्व की बात होगी.

'खिलाड़ियों के साथ हो सम्मानजनक व्यवहार'
हरियाणा सरकार की नई खेल नीति के मुताबिक खिलाड़ियों को मिलने वाली धनराशि में तो कटौती की गई है. जबकि सरकारी नौकरी में भी तीन परसेंट रिजर्वेशन को खत्म कर दिया गया है. जूनियर सब जूनियर लेवल पर धनराशि में कटौती की गई है और हम लोग चाहते हैं कि पूरे हरियाणा में एक समान खेल नीति लागू हो. खिलाड़ी देश के सम्मान के लिए खेलता है उसके साथ सम्मानजनक व्यवहार होना चाहिए.

नई दिल्ली: हाल ही में हरियाणा सरकार ने अपनी नई खेल नीति की घोषणा की है, जिसके विरोध में अब बहुत सारे लोग उतर आए हैं. दिल्ली के जंतर-मंतर पर एनजीओ और खिलाड़ियों के एक बहुत बड़े वर्ग ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया.

कुश्ती और कबड्डी के खिलाड़ी हरियाणा सरकार की इस नीति के खिलाफ खड़े हुए नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि हमारी जीत की धनराशि को आधे से भी कम कर दिया गया है. सरकारी नौकरियों में भी रिजर्वेशन को 3 प्रतिशत से घटाकर खत्म कर दिया गया है.

खेल नीति को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन

खट्टर सरकार को दिया ज्ञापन
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सुरेंद्र कालीरमन ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि वो हरियाणा सरकार को ज्ञापन की एक प्रति दे रहे हैं, जिसमें उन्होंने अपनी तमाम शर्तों को लिखा है.

जिसमें सबसे पहले खिलाड़ियों को मिलने वाली धनराशि को पहले की तरह करने के लिए कहा गया है. साथ ही जूनियर और सब जूनियर लेवल पर धनराशि में जो कटौती की गई है, उसे भी वापस लेना होगा. लोगों का कहना है कि हरियाणा शुरू से ही खेलों का गढ़ रहा है और यहां से बहुत सारे खिलाड़ी भी निकले हैं.

हर बार ओलंपिक में सबसे ज्यादा मेडल अगर किसी राज्य से आते हैं तो वह हरियाणा है. ऐसे में अगर खिलाड़ियों के सम्मान के लिए हम कुछ कर सकें तो हमारे लिए गर्व की बात होगी.

'खिलाड़ियों के साथ हो सम्मानजनक व्यवहार'
हरियाणा सरकार की नई खेल नीति के मुताबिक खिलाड़ियों को मिलने वाली धनराशि में तो कटौती की गई है. जबकि सरकारी नौकरी में भी तीन परसेंट रिजर्वेशन को खत्म कर दिया गया है. जूनियर सब जूनियर लेवल पर धनराशि में कटौती की गई है और हम लोग चाहते हैं कि पूरे हरियाणा में एक समान खेल नीति लागू हो. खिलाड़ी देश के सम्मान के लिए खेलता है उसके साथ सम्मानजनक व्यवहार होना चाहिए.

Intro:जंतर मंतर नई दिल्ली

हरियाणा सरकार की खेल नीति का विरोध, खट्टर सरकार को सौंपा गया ज्ञापन, एक हफ्ते का दिय समय, शर्ते पूरी ना होने पर होगा विशाल धरना प्रदर्शन


Body:हरियाणा सरकार की खेल नीति के विरोध में उतरे लोग

हाल ही में हरियाणा सरकार ने अपनी नई खेल नीति की घोषणा की जिसके विरोध में अब बहुत सारे लोग उतर आया खासतौर पर तमाम एनजीओ और एक बहुत बड़ा वर्ग खिलाड़ियों का इसके विरोध में उतरता हुआ नजर आ रहा है खासतौर पर कुश्ती ओर कबड्डी के खिलाड़ी हरियाणा सरकार की इस नीति के खिलाफ खड़े हुए नजर आ रहे हैं उनका कहना है कि पहले हमारी जीत की धनराशि जो थी उसे आधे से भी कम कर दिया गया है सरकारी नौकरियों में भी रिजर्वेशन को 3% से घटाकर खत्म कर दिया गया है जो अन्याय है खिलाड़ी देश की शान के लिए खेलता है ।

खट्टर सरकार को दिया गया ज्ञापन

विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं सुरेंद्र कालीरमन ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया की वो हरियाणा सरकार को आज एक ज्ञापन की प्रति दे रहे हैं जिसमें उन्होंने अपनी तमाम शर्तों को लिखा है जिसमें सबसे पहले खिलाड़ियों को मिलने वाली धनराशि को पहले की तरह पुनः करने को बोला है जिसके बाद खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में रिजर्वेशन भी मिलना चाहिए साथ ही जूनियर सब जूनियर लेवल पर धनराशि में जो कटौती की गई है उसे भी वापस लेना होगा, पूरे हरियाणा में एक खेल नीति भी लागू करनी होगी जिससे कि सभी खिलाड़ियों को इसका भरपूर फायदा मिल सके, हरियाणा शुरू से ही खेलों का गढ़ रहा है और यहां से बहुत सारे खिलाड़ी भी निकले हैं और हर बार ओलंपिक में सबसे ज्यादा मेडल अगर किसी राज्य से आते हैं तो वह हरियाणा है ऐसे में अगर खिलाड़ियों के सम्मान के लिए हम कुछ कर सके तो हमारे लिए गर्व की बात होगी आज यहां पर कोई भी खिलाड़ी मौजूद चाहे ना हो लेकिन उनकी जगह हम लोग उनके हक की लड़ाई के लिए खड़े हैं ।


Conclusion:कुल मिलाकर देखा जाए तो हरियाणा सरकार की नई खेल नीति के अनुसार खिलाड़ियो मिलने वाली धनराशि में तो कटौती की गई है जबकि सरकारी नौकरी में भी तीन परसेंट रिजर्वेशन को खत्म कर दिया गया है, जूनियर सब जूनियर लेवल पर धन राशि में कटौती की गई है और हम लोग चाहते है पूरे हरियाणा में एक समान खेल नीति को लागू हो, खिलाड़ी देश के सम्मान के लिए खेलता है उसके साथ सम्मानजनक व्यवहार होना चाहिए।
Last Updated : Jun 29, 2019, 2:03 PM IST
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