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दरियागंज हिंसा: परिजन बोले- हिरासत में रखे लोगों से मिलने भी नहीं दे रहे

सीएए और एनआरसी के खिलाफ बीते दिन हुए प्रदर्शन मामले में पुलिस ने काफी लोगों को हिरासत ले लिया था. उनमें से करीब 19 लोग अभी भी दरियागंज थाने के भीतर बंद रखे गए हैं. वहीं बाहर परिजनों का जमावड़ा लगा हुआ है.

detain 40 people relatives
दरियागंज हिंसा
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Published : Dec 21, 2019, 2:27 PM IST

Updated : Dec 21, 2019, 2:58 PM IST

नई दिल्ली: शुक्रवार को जामिया से शुरू हुआ प्रदर्शन दिल्ली गेट के पास पहुंच कर हिंसात्मक हो गया था. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया. जिन्हें नजदीकी थाने दरियागंज में रखा गया था. इनमें से कई नाबालिग भी थे, जिन्हें बीती रात ही रिहा कर दिया गया. लेकिन बताया जा रहा है कि करीब 19 लोग अभी भी पुलिस हिरासत में हैं.

परिजनों ने लगाया पुलिस पर आरोप

'मिलने भी नहीं दे रहे'
हिरासत में लिए गए लोगों के परिजन भारी संख्या में थाने के बाहर जमा हैं. वे अपने परिजनों से थाने के भीतर मिलना चाहते हैं, लेकिन उनका आरोप है कि उनके वकीलों को ही अंदर नहीं जाने दिया जा रहा. इनका ये भी कहना है ना तो ये बताया जा रहा है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है या सिर्फ हिरासत में रखा गया है. उन्होंने किया क्या है, या क्या धारा लगाई गई है,.

प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन
हिरासत में रखे गए लोगों को रिहा कराने के लिए प्रयास में जुटे सोशल वर्कर ओवैस खान ने ईटीवी भारत से बातचीत ने कहा कि हमें बस 30 सेकेंड के लिए अंदर जाने दिया गया था. उस दौरान हम गिनती भी नहीं कर सके कि कितने लोग अभी पुलिस हिरासत में अंदर हैं. कुछ परिजन, वकीलों को अंदर जाने देनी की परमिशन के लिए हाथ में प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन करते भी दिखे.

जमानत की तैयारी
ईटीवी भारत ने यहां कई परिजनों से भी बातचीत की. उनका कहना था कि ना तो पुलिस कुछ बता रही है, ना मिलने दे रही है और ना ही वकीलों को अंदर जाने दे रही है. हालांकि यहां कुछ वकीलों की तरफ से परिजनों को इसे लेकर भी निर्देश दिया जा रहा हैं कि अगर जमानत कराने की नौबत आए तो उन्हें क्या कुछ तैयारियां करनी पड़ेंगीं.

बताया जा रहा है कि इनकी जमानत में 5 से लेकर 25 हजार रुपए तक का खर्च आ सकता है. हालांकि इनमें ऐसे लोग भी हैं, जिनका आरोप है कि उनके परिजन प्रदर्शन में शामिल नहीं थे. वे केवल नमाज पढ़ने के लिए गए थे. जैसा कि हर शुक्रवार को वे नमाज के लिए जामा मस्जिद जाते रहे हैं.

नई दिल्ली: शुक्रवार को जामिया से शुरू हुआ प्रदर्शन दिल्ली गेट के पास पहुंच कर हिंसात्मक हो गया था. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया. जिन्हें नजदीकी थाने दरियागंज में रखा गया था. इनमें से कई नाबालिग भी थे, जिन्हें बीती रात ही रिहा कर दिया गया. लेकिन बताया जा रहा है कि करीब 19 लोग अभी भी पुलिस हिरासत में हैं.

परिजनों ने लगाया पुलिस पर आरोप

'मिलने भी नहीं दे रहे'
हिरासत में लिए गए लोगों के परिजन भारी संख्या में थाने के बाहर जमा हैं. वे अपने परिजनों से थाने के भीतर मिलना चाहते हैं, लेकिन उनका आरोप है कि उनके वकीलों को ही अंदर नहीं जाने दिया जा रहा. इनका ये भी कहना है ना तो ये बताया जा रहा है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है या सिर्फ हिरासत में रखा गया है. उन्होंने किया क्या है, या क्या धारा लगाई गई है,.

प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन
हिरासत में रखे गए लोगों को रिहा कराने के लिए प्रयास में जुटे सोशल वर्कर ओवैस खान ने ईटीवी भारत से बातचीत ने कहा कि हमें बस 30 सेकेंड के लिए अंदर जाने दिया गया था. उस दौरान हम गिनती भी नहीं कर सके कि कितने लोग अभी पुलिस हिरासत में अंदर हैं. कुछ परिजन, वकीलों को अंदर जाने देनी की परमिशन के लिए हाथ में प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन करते भी दिखे.

जमानत की तैयारी
ईटीवी भारत ने यहां कई परिजनों से भी बातचीत की. उनका कहना था कि ना तो पुलिस कुछ बता रही है, ना मिलने दे रही है और ना ही वकीलों को अंदर जाने दे रही है. हालांकि यहां कुछ वकीलों की तरफ से परिजनों को इसे लेकर भी निर्देश दिया जा रहा हैं कि अगर जमानत कराने की नौबत आए तो उन्हें क्या कुछ तैयारियां करनी पड़ेंगीं.

बताया जा रहा है कि इनकी जमानत में 5 से लेकर 25 हजार रुपए तक का खर्च आ सकता है. हालांकि इनमें ऐसे लोग भी हैं, जिनका आरोप है कि उनके परिजन प्रदर्शन में शामिल नहीं थे. वे केवल नमाज पढ़ने के लिए गए थे. जैसा कि हर शुक्रवार को वे नमाज के लिए जामा मस्जिद जाते रहे हैं.

Intro:सीएए और एनआरसी के खिलाफ बीते दिन हुए प्रदर्शन मामले में पुलिस ने काफी लोगों को हिरासत ले लिया था. उनमें से करीब 19 लोग अभी भी दरियागंज थाने के भीतर बंद रखे गए हैं. वहीं बाहर परिजनों का जमावड़ा है.


Body:नई दिल्ली: शुक्रवार को जामिया से शुरू हुआ प्रदर्शन दिल्ली गेट के पास पहुंच कर हिंसात्मक हो गया था. इस दौरान दिल्ली पुलिस से कई लोगों को हिरासत में लिया, जिन्हें नजदीकी थाने दरियागंज में रखा गया था. इनमें से कई नाबालिग भी थे, जिन्हें बीती रात ही रिहा कर दिया गया. लेकिन बताए जा रहा है कि करीब 19 लोग अभी भी पुलिस हिरासत में हैं.

मिलने भी नहीं दे रहे

हिरासत में लिए गए लोगों के परिजन भारी संख्या में थाने के बाहर जमा हैं. वे अपने परिजनों से थाने के भीतर मिलना चाहते हैं, लेकिन नका आरोप है कि उनके वकीलों को ही अंदर नहीं जाने दिया जा रहा. इनका ये भी कहना है न तो यह बताया जा रहा है कि क्या उन्हें गिरफ्तार किया क्या है, या क्या धारा लगाई गई है, या सिर्फ हिरासत में रखा गया है.

प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन

हिरासत में रखे गए लोगों को रिहा कराने के लिए प्रयास में जुटे सोशल वर्कर ओवैस खान ने ईटीवी भारत से बातचीत ने कहा कि हमें बस 30 सेकेंड के लिए अंदर जाने दिया गया था. उस दौरान हम गिनती भी नहीं कर सके कि कितने लोग अभी पुलिस हिरासत में अंदर हैं. यह कुछ परिजन, वकीलों को अंदर जाने देनी की परमिशन के लिए हाथ में प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन करते भी दिखे.

जमानत की तैयारी

ईटीवी भारत ने यहां कई परिजनों से भी बातचीत की. उनका कहना था कि न तो पुलिस कुछ बता रही है, न मिलने दे रही है और न ही वकीलों को अंदर जाने दे रही है. हालांकि यहां कुछ वकीलों की तरफ से परिजनों को इसे लेकर भी निर्देश दिया जा रहा हैं कि अगर जमानत कराने की नौबत आए तो उन्हें क्या कुछ तैयारियां करनी पड़ेंगीं.


Conclusion:बताया जा रहा है कि इनकी जमानत में 5 से लेकर 25 हजार रुपए तक का खर्च आ सकता है. हालांकि इसमें ऐसे लोग भी हैं, जिनका आरोप है कि उनके परिजन प्रदर्शन में शामिल नहीं थे, वे केवल नमाज पढ़ने के लिए गए थे, जैसा कि हर शुक्रवार को वे नमाज के लिए जामा मस्जिद जाते रहे हैं.
Last Updated : Dec 21, 2019, 2:58 PM IST
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