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ATM कार्ड के क्लोन बनाकर होटल कर्मचारी ने निकाले लाखों रुपये - ATM

कनॉट प्लेस पुलिस ने एक ऐसे ही रेस्तरां के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है जो लोगों के कार्ड को स्कीमर में स्वैप कर उसकी जानकारी चुरा लेता था.

ATM कार्ड के क्लोन बनाकर होटल कर्मचारी ने निकाले लाखों रुपये
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Published : Mar 14, 2019, 3:01 AM IST

नई दिल्ली: अगर रेस्तरां में खाने के बाद आप अपना कार्ड वहां के कर्मचारी के हाथ में देते हैं तो अपनी आदत सुधार लीजिए. आपकी यह आदत आपके बैंक खाते को खाली कर सकती है. कनॉट प्लेस पुलिस ने एक ऐसे ही रेस्तरां के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है जो लोगों के कार्ड को स्कीमर में स्वैप कर उसकी जानकारी चुरा लेता था.

साथ ही इसकी मदद से वह क्लोन कार्ड तैयार कर लोगों के खाते से लाखों रुपये निकाल चुके थे. डीसीपी मधुर वर्मा के अनुसार बीते 14 फरवरी को एचडीएफसी बैंक की तरफ से कनॉट प्लेस पुलिस को शिकायत दी गई थी. शिकायत में यह बताया गया कि उनके कई ग्राहकों के क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड से अवैध ट्रांजेक्शन हुए हैं. यह ट्रांजेक्शन उन्होंने नहीं किए हैं. यह कार्ड उनके पास था, लेकिन इसके बावजूद उसका इस्तेमाल हुआ है. उन्होंने आशंका जताई कि इन कार्ड के क्लोन बनाकर यह ट्रांजेक्शन की गई है. इस बाबत मामला दर्ज कर कनॉट प्लेस पुलिस ने छानबीन शुरू की.

एक ही रेस्तरां में इस्तेमाल हुए थे कार्ड
इस दौरान पुलिस को पता चला कि जिन कार्ड से क्लोन बनाए गए हैं उनमें से अधिकांश का इस्तेमाल कनॉट प्लेस स्थित एक रेस्तरां में हुआ है. वहां छानबीन करने पर पता लगा कि पंकज कुमार नामक कर्मचारी ने इन सभी ग्राहकों से कार्ड लेकर उनका ट्रांजेक्शन किया था. इस जानकारी पर कनॉट प्लेस पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार कर उसके पास से एक स्कीमर बरामद किया. उसने पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले उसे राहुल नामक युवक मिला था. उसने पंकज को समझाया कि किस तरह से स्कीमर में लोगों के कार्ड की जानकारी चुराई जाती है.

ऐसे लोगों के कार्ड की जानकारी चुराई
पंकज खाने के बाद ग्राहक का कार्ड स्वैप करने के लिए लेकर जाता था. उसी दौरान वह कार्ड को अपने पास मौजूद स्कीमर में भी स्वैप कर लेता था. कार्ड के आखिरी 4 डिजिट नोट करने के साथ ही वह पिन कोड और बैंक का नाम भी देख लेता था. इसके बाद में पूरी जानकारी राहुल को दे देता था. राहुल इसकी मदद से क्लोन कार्ड तैयार कर लेता था. इसका इस्तेमाल करने से होने वाले फायदे में वह पंकज को भी हिस्सा देता था.

एक माह तक नहीं करते थे क्लोन कार्ड का इस्तेमाल
यह गैंग क्लोन कार्ड तैयार करने के बाद लगभग एक महीने तक उसका इस्तेमाल नहीं करता था ताकि इस होटल पर किसी का शक न जाए. अब तक एचडीएफसी बैंक की तरफ से दी गई शिकायत में लगभग 4 लाख रुपये उनके ग्राहकों के कार्ड का क्लोन बनाकर इस गैंग द्वारा निकालने की बात सामने आई है. पुलिस का मानना है कि यह गैंग 10 लाख से ज्यादा की ठगी बीते कुछ दिनों में कर चुका है. अन्य बैंक के डेबिट/क्रेडिट कार्डों के बारे में भी पुलिस जानकारी एकत्रित कर रही है. फरार चल रहे राहुल की भी तलाश की जा रही है.

नई दिल्ली: अगर रेस्तरां में खाने के बाद आप अपना कार्ड वहां के कर्मचारी के हाथ में देते हैं तो अपनी आदत सुधार लीजिए. आपकी यह आदत आपके बैंक खाते को खाली कर सकती है. कनॉट प्लेस पुलिस ने एक ऐसे ही रेस्तरां के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है जो लोगों के कार्ड को स्कीमर में स्वैप कर उसकी जानकारी चुरा लेता था.

साथ ही इसकी मदद से वह क्लोन कार्ड तैयार कर लोगों के खाते से लाखों रुपये निकाल चुके थे. डीसीपी मधुर वर्मा के अनुसार बीते 14 फरवरी को एचडीएफसी बैंक की तरफ से कनॉट प्लेस पुलिस को शिकायत दी गई थी. शिकायत में यह बताया गया कि उनके कई ग्राहकों के क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड से अवैध ट्रांजेक्शन हुए हैं. यह ट्रांजेक्शन उन्होंने नहीं किए हैं. यह कार्ड उनके पास था, लेकिन इसके बावजूद उसका इस्तेमाल हुआ है. उन्होंने आशंका जताई कि इन कार्ड के क्लोन बनाकर यह ट्रांजेक्शन की गई है. इस बाबत मामला दर्ज कर कनॉट प्लेस पुलिस ने छानबीन शुरू की.

एक ही रेस्तरां में इस्तेमाल हुए थे कार्ड
इस दौरान पुलिस को पता चला कि जिन कार्ड से क्लोन बनाए गए हैं उनमें से अधिकांश का इस्तेमाल कनॉट प्लेस स्थित एक रेस्तरां में हुआ है. वहां छानबीन करने पर पता लगा कि पंकज कुमार नामक कर्मचारी ने इन सभी ग्राहकों से कार्ड लेकर उनका ट्रांजेक्शन किया था. इस जानकारी पर कनॉट प्लेस पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार कर उसके पास से एक स्कीमर बरामद किया. उसने पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले उसे राहुल नामक युवक मिला था. उसने पंकज को समझाया कि किस तरह से स्कीमर में लोगों के कार्ड की जानकारी चुराई जाती है.

ऐसे लोगों के कार्ड की जानकारी चुराई
पंकज खाने के बाद ग्राहक का कार्ड स्वैप करने के लिए लेकर जाता था. उसी दौरान वह कार्ड को अपने पास मौजूद स्कीमर में भी स्वैप कर लेता था. कार्ड के आखिरी 4 डिजिट नोट करने के साथ ही वह पिन कोड और बैंक का नाम भी देख लेता था. इसके बाद में पूरी जानकारी राहुल को दे देता था. राहुल इसकी मदद से क्लोन कार्ड तैयार कर लेता था. इसका इस्तेमाल करने से होने वाले फायदे में वह पंकज को भी हिस्सा देता था.

एक माह तक नहीं करते थे क्लोन कार्ड का इस्तेमाल
यह गैंग क्लोन कार्ड तैयार करने के बाद लगभग एक महीने तक उसका इस्तेमाल नहीं करता था ताकि इस होटल पर किसी का शक न जाए. अब तक एचडीएफसी बैंक की तरफ से दी गई शिकायत में लगभग 4 लाख रुपये उनके ग्राहकों के कार्ड का क्लोन बनाकर इस गैंग द्वारा निकालने की बात सामने आई है. पुलिस का मानना है कि यह गैंग 10 लाख से ज्यादा की ठगी बीते कुछ दिनों में कर चुका है. अन्य बैंक के डेबिट/क्रेडिट कार्डों के बारे में भी पुलिस जानकारी एकत्रित कर रही है. फरार चल रहे राहुल की भी तलाश की जा रही है.

Intro:नई दिल्ली जिला
अगर रेस्तरां में खाने के बाद आप अपना कार्ड वहां के कर्मचारी के हाथ में देते हैं तो अपनी आदत सुधार लीजिए. आपकी यह आदत आपके बैंक खाते को खाली कर सकती है. कनॉट प्लेस पुलिस ने एक ऐसे ही रेस्तरां के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है जो लोगों के कार्ड को स्कीमर में स्वैप कर उसकी जानकारी चुरा लेता था. इसकी मदद से वह क्लोन कार्ड तैयार कर लोगों के खाते से लाखों रुपये निकाल चुके थे.



Body:डीसीपी मधुर वर्मा के अनुसार बीते 14 फरवरी को एचडीएफसी बैंक की तरफ से कनॉट प्लेस पुलिस को शिकायत दी गई थी. शिकायत में यह बताया गया कि उनके कई ग्राहकों के क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड से अवैध ट्रांजेक्शन हुए हैं. यह ट्रांजेक्शन उन्होंने नहीं किए हैं. यह कार्ड उनके पास था, लेकिन इसके बावजूद उसका इस्तेमाल हुआ है. उन्होंने आशंका जताई कि इन कार्ड के क्लोन बनाकर यह ट्रांजेक्शन की गई है. इस बाबत मामला दर्ज कर कनॉट प्लेस पुलिस ने छानबीन शुरू की.



एक ही रेस्तरां में इस्तेमाल हुए थे कार्ड
इस दौरान पुलिस को पता चला कि जिन कार्ड से क्लोन बनाए गए हैं उनमें से अधिकांश का इस्तेमाल कनॉट प्लेस स्थित एक रेस्तरां में हुआ है. वहां छानबीन करने पर पता लगा कि पंकज कुमार नामक कर्मचारी ने इन सभी ग्राहकों से कार्ड लेकर उनका ट्रांजेक्शन किया था. इस जानकारी पर कनॉट प्लेस पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार कर उसके पास से एक स्कीमर बरामद किया. उसने पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले उसे राहुल नामक युवक मिला था. उसने पंकज को समझाया कि किस तरह से स्कीमर में लोगों के कार्ड की जानकारी चुराई जाती है.


ऐसे लोगों के कार्ड की जानकारी चुराई
पंकज खाने के बाद ग्राहक का कार्ड स्वैप करने के लिए लेकर जाता था. उसी दौरान वह कार्ड को अपने पास मौजूद स्कीमर में भी स्वैप कर लेता था. कार्ड के आखिरी 4 डिजिट नोट करने के साथ ही वह पिन कोड और बैंक का नाम भी देख लेता था. इसके बाद में पूरी जानकारी राहुल को दे देता था. राहुल इसकी मदद से क्लोन कार्ड तैयार कर लेता था. इसका इस्तेमाल करने से होने वाले फायदे में वह पंकज को भी हिस्सा देता था.


एक माह तक नहीं करते थे क्लोन कार्ड का इस्तेमाल
यह गैंग क्लोन कार्ड तैयार करने के बाद लगभग एक महीने तक उसका इस्तेमाल नहीं करता था ताकि इस होटल पर किसी का शक न जाए. अब तक एचडीएफसी बैंक की तरफ से दी गई शिकायत में लगभग 4 लाख रुपये उनके ग्राहकों के कार्ड का क्लोन बनाकर इस गैंग द्वारा निकालने की बात सामने आई है. पुलिस का मानना है कि यह गैंग 10 लाख से ज्यादा की ठगी बीते कुछ दिनों में कर चुका है. अन्य बैंक के डेबिट/क्रेडिट कार्डों के बारे में भी पुलिस जानकारी एकत्रित कर रही है. फरार चल रहे राहुल की भी तलाश की जा रही है.


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