नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की अनाज मंडी में आग में लगने से 43 लोगों की मौत हुई है. इसमें से अधिकांश लोग बिहार के सीतामढ़ी और सहरसा जिले के रहने वाले थे. इनमें ही सीतामढ़ी के निवासी एनुल हक और उनके दामाद अब्बास शामिल हैं.
घटना के समय दोनों फैक्ट्री में मौजूद थे और दोनों की ही इस हादसे में मौत हो गई है. फिलहाल उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के शव गृह में लाया गया है.
घटना से परिवार में गम का माहौल
यहां पर उनके परिजनों से ईटीवी भारत बातचीत की तो उनका दुख सामने आया. दुखी बेटी जहां कुछ बोल नहीं पाई तो दामाद ने बताया कि इस घटना में उन्होंने परिवार के दोनों सदस्यों को खो दिया है. दोनों लंबे समय से इस फैक्ट्री में काम करते थे.
सुबह उन्हें सूचना मिली कि वहां आग में दोनों की मौत हो गई है. जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला. इसके बाद वे जब अस्पताल पहुंचे तो यहां पता चला कि दोनों की मौत हो गई है.
शव के इंतजार में बैठा है परिवार
एनुल हक के दामाद ने बताया कि इस घटना में ससुर के देहांत की जानकारी फैक्ट्री से बिहार में परिवार को दी गई थी. उनके पास सुबह 7 बजे इस बारे में फोन आया था, जिसके बाद उन्हें घटना का पता चला. वह अभी यहां पर शव का इंतजार कर रहे हैं ताकि अंतिम क्रिया वह पूरी कर सकें.