नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मंदिर मार्ग स्थित जिस वाल्मीकि कॉलोनी में प्रधानमंत्री मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को झाड़ू लगाकर स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी, वहां के लोग अब स्वच्छता के प्रति काफी जागरूक हो गए हैं. इस कॉलोनी में ज्यादातर स्वच्छता कर्मचारी ही रहते हैं. स्वच्छता मिशन के शुरू होने के बाद से अब यहां पर गंदगी का नामोनिशान नहीं है.
कॉलोनी में रहने वाले समाजसेवी अनिल वाल्मीकि ने बताया कि अभियान शुरू होने के बाद लोगों ने सफाई पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया है. यही कारण है कि अब कॉलोनी के पार्क और यहां की सड़कों और गलियों में गंदगी नहीं रहती है. उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी जब दिल्ली आते थे तो यहां आकर रुकते थे. वह यहां पर होने वाली प्रार्थना सभा में भी भाग लेते थे. इसलिए गांधी जयंती के अवसर पर यहां स्वच्छता मिशन की शुरुआत करना अच्छी पहल मानी जाती है.
अनिल वाल्मीकि ने बताया कि गांधी जयंती से एक दिन पहले कॉलोनी के लोगों ने यहां पर स्वच्छता मिशन के तहत साफ सफाई की और पूरे वर्ष इसका ध्यान रखने का संकल्प लिया. लोगों ने कहा कि वह न तो गंदगी फैलाएंगे और न ही किसी को गंदगी फैलाने देंगे. लोगों ने एक दूसरे से अपील भी कि वह अपने क्षेत्र को साफ सुथरा रखें, ताकि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छता मिशन सफल हो सकें.
वहीं, स्थानीय निवासी आशीष कुमार ने बताया कि कॉलोनी में काफी साफ सफाई रहती है. इस मिशन के कारण लोगों में इसके प्रति जागरुकता आई है और अब लोग सफाई कर्मियों का इंतजार किए बिना खुद ही अपने घर के आसपास स्वच्छता का पूरा ध्यान रखते हैं. हर व्यक्ति इसी तरह से जागरूक रहे तो राजधानी के साथ ही पूरे देश को गंदगी से मुक्त किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में साफ सफाई को लेकर अक्सर ही जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं.
मंदिर मार्ग थाने में भी किया जा रहा सुंदरीकरण: 2014 में जब प्रधानमंत्री ने वाल्मीकि कालोनी में स्वच्छ भारत अभियान चलाया था तो वह अचानक मंदिर मार्ग थाना भी पहुंच गए और वहां उन्होंने सफाई की थी. इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर थाने में भी स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. थाने में सुंदरीकरण का भी काम चल रहा है.
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