नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की अंबेडकर यूनिवर्सिटी में नए छात्रों के स्वागत के लिए ओरियंटेशन प्रोग्राम रखा गया. जिसमें अंडरग्रेजुएट कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्र और उनके अभिभावक शामिल हुए. छात्रों से हमने उनके कॉलेज के पहले दिन का अनुभव जाना तो उनका कहना था कि उन्हें काफी अच्छा लग रहा है, क्योंकि अंबेडकर यूनिवर्सिटी का कैंपस काफी अच्छा है, शांत है. यहां पर काफी कुछ सीखने को मिलेगा.
'सिलेबस भी है दिलचस्प'
हर साल अंबेडकर यूनिवर्सिटी में सबसे ज्यादा बीए सोशियोलॉजी और साइकोलॉजी में छात्र दाखिला लेते हैं. इस साल भी छात्रों ने इन्हीं विषयों में अपनी दिलचस्पी दिखाते हुए दाखिला लिया है. इसके पीछे की वजह बताते हुए सिद्धार्थ नाम के एक छात्र बताते हैं कि अंबेडकर यूनिवर्सिटी में इन विषयों का सिलेबस काफी दिलचस्प है और एक जगह सिमटा ना होकर कई विषयों की जानकारी देता है.
'पढ़ने के लिए अच्छा है माहौल'
कुछ छात्रों का कहना था कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के विषय का सिलेबस एक जगह पर ही निर्धारित होता है जो किसी एक विचारधारा पर सिमटा हुआ होता है. वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी की जगह अंबेडकर यूनिवर्सिटी चुनने पर भी हमने छात्रों से सवाल किया जिस पर छात्रों का कहना था क्योंकि अंबेडकर यूनिवर्सिटी कैंपस भले ही छोटा है, लेकिन शांत है और पढ़ने के लिए एक अच्छा माहौल भी है.
'मनचाहे कोर्स में दाखिला मिलने पर छोड़ा डीयू'
जहां आज के वक्त में हर एक छात्र का दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने का सपना होता है. वहीं अंबेडकर यूनिवर्सिटी में पढ़ने आए छात्रों का कहना था कि उन्होंने शुरुआत में दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी दाखिले के लिए आवेदन किया था. लेकिन अंबेडकर यूनिवर्सिटी में मनचाहे कोर्स में दाखिला मिलने पर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अपना दाखिला कैंसिल करा कर अंबेडकर यूनिवर्सिटी में दाखिला ले लिया.
'अच्छा नहीं लगा डीयू का क्राउड'
हमने छात्रों के दिल्ली यूनिवर्सिटी जो अपने आप में एक विशाल और ऐतिहासिक यूनिवर्सिटी है, उसमें दाखिला न लेकर दिल्ली के अंबेडकर यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने पर सवाल किया. इस पर छात्रों का सीधा जवाब यही था कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में काफी क्राउड है, जबकि अंबेडकर यूनिवर्सिटी का कैंपस काफी शांत और पढ़ने के लिहाज से काफी अच्छा है जो उन्हें आकर्षित करता है.