नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने सितंबर माह में छात्रावास में पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन करने वाले 16 छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नोटिस पाने वालों में जेएनयू की छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल हैं. विश्वविद्यालय की ओर से सभी को 18 दिसंबर तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा गया है. आइशी को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि उन्होंने 19 सितंबर को कुलपति आवास के सामने 400-500 छात्रों का नेतृत्व करते हुए प्रदर्शन किया था. प्रॉक्टर कार्यालय की ओर से उन्हें सात नवंबर को उपस्थित होकर अपनी सफाई देने को कहा गया, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुईं.
18 दिसंबर तक उपस्थित होने की बात: इसके बाद 16 और 24 नवंबर को उन्हें एक बार फिर बुलाया गया, लेकिन फिर भी वह सुनवाई में नहीं पहुंची. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस तरह की गतिविधि, विश्वविद्यालय के नियम के उल्लंघन की श्रेणी में आती है. यह अनुशासनहीनता और कदाचार का कृत्य है. नोटिस में आइशी और अन्य छात्रों को 18 दिसंबर शाम पांच बजे तक उपस्थित होने को कहा गया है. साथ ही उपस्थित न होने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है.
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कुलपति ने कहा था नहीं होगी कार्रवाई: इस नोटिस पर आइशी ने सफाई देते हुए कहा है कि, 'कुलपति ने खुद कहा था कि इन मामलों में जेएनयू प्रशासन छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा. लेकिन, अब दोबारा से नोटिस भेजे जा रहे हैं. जिस वक्त प्रदर्शन किया गया था तब सभी छात्रावासों में पानी की बड़ी समस्या थी. छात्रों को एक वक्त ही पानी मिल रहा था, इसलिए प्रदर्शन किया गया थी. विश्वविद्यालय प्रशासन अब छात्रों को अपनी जायज मांगें मनवाने से भी रोकना चाहता है. यह गलत है हम इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे.'
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