नई दिल्ली: दिल्ली के प्रसिद्ध झंडेवालान मंदिर में नवरात्र को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं. परिसर में इसके लिए पूरे बंदोबस्त किए गए हैं. क्योंकि झंडेवालान मंदिर एक सिद्ध पीठ मंदिर है. नवरात्र के वक्त मंदिर में काफी संख्या में भक्त मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ ना लगे इसके लिए जगह-जगह पर बैरिकेडिंग की गई है और भक्तों के आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं.
सोशल डिस्टेंस और मास्क पहनना अनिवार्य
कोरोना महामारी में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, सैनिटाइजेशन समेत सभी सावधानियों को लेकर खास इंतजाम मंदिर परिसर में किए गए हैं. भक्तों की एंट्री के लिए मंदिर में तीन द्वार खोले गए हैं. जहां तीनों द्वारों पर जो भी भक्त दर्शन के लिए आएगा. पहले उसका थर्मल स्कैनिंग के जरिए बॉडी टेंपरेचर चेक किया जाएगा, उसके बाद ही उसे अंदर प्रवेश मिलेगा.
फूल प्रसाद आदि चढ़ाने की नहीं अनुमति
इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लाइन बनाकर ही मंदिर में आने की अनुमति है. और अलग-अलग लाइनों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मां के दर्शन की अनुमति है. वहीं दर्शन करने आ रहे भक्तों को मंदिर में प्रसाद, फूल आदि चढ़ाने की अनुमति नहीं है. हालांकि, कोरोना को लेकर पहले से ही इन चीजों की मनाही है, लेकिन नवरात्र के मौके पर भी किसी तरीके का प्रसाद या चढ़ावा स्वीकार नहीं किया जाएगा.
अलग-अलग इलाकों से आते श्रद्धालु
वहीं मंदिर में दर्शन करने के लिए बुराड़ी से आए श्रद्धालु ने कहा की मंदिर में व्यवस्था ठीक है. हालांकि अभी दर्शन के लिए ज्यादा लोग मंदिर में नहीं आ रहे हैं. वहीं रजौरी गार्डन से दर्शन के लिए पहुंचे विनोद अवस्थी ने कहा कि मंदिर में आराम से दर्शन कर पा रहे हैं. प्रसाद, चढ़ावा आदि चढ़ाने की अनुमति नहीं है, लेकिन महामारी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है वो बिल्कुल सही है. वहीं कोरोना काल में भी रोजाना मां के दर्शन के लिए करोल बाग से आने वाले श्रद्धालु नितिन ने कहा कि इंतजाम ठीक ह. पहले मंदिर के द्वार बंद थे, लेकिन अब वह अंदर आकर दर्शन कर पा रहे हैं.