ETV Bharat / state

अमानतुल्लाह खान के ट्वीट के समर्थन में आए मुफ्ती कासमी - दिल्ली वक्फ बोर्ड चेयरमैन अमानत उल्लाह खान

ओखला से विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान ने गाजियाबाद के महंत के जरिए पैगंबर मोहम्मद साहब पर अपमानजनक भाषा इस्तेमाल करने को लेकर किए गए ट्वीट और FIR पर मुफ्ती कासमी ने समर्थन किया है.

Mufti Qasim Qasmi came in support of Amanat Ulla Khan's tweet
मुफ्ती कासिम कासमी
author img

By

Published : Apr 5, 2021, 11:36 AM IST

नई दिल्ली: मुफ्ती कासिम कासमी ने ओखला से विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के जरिए पैगंबर मोहम्मद के लिए अपमानजनक भाषा इस्तेमाल करने वाले महंत के खिलाफ किए गए ट्वीट और FIR के लिए उनका समर्थन किया. साथ ही कहा कि अमानतुल्लाह ने इश्क रसूल का मुजाहिरा करते हुए सिर्फ अपने जज्बात की नहीं, बल्कि पूरी उम्मत ए मुस्लिमा के जज्बात की तर्जुमानी की है.

वीडियो रिपोर्ट.
उन्होंने कहा कि सियासत के मैदान में होते हुए बहुत कम लोग ही ऐसे कदम उठाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा धर्म ये सिखाता है कि किसी धर्म को या उसके पेशवा को बुरा न कहो और अपने धर्म के पेशवा से मोहब्बत करो. ये भी पढ़ें:-आप विधायक ने एलजी को सौंपा ज्ञापन, डासना के महंत के खिलाफ कार्रवाई की मांग

उन्होंने कहा कि अमानतुल्लाह खान ने जो कहा वो बिल्कुल सही कहा कि अगर यहां इस्लामी कानून होता, तो उसकी सजा वही होती जो अमानतुल्लाह खान ने कही है, लेकिन हमारे इस्लाम ने हमें ये भी सिखाया है कि जिस देश में रहो, उसके संविधान को मानो और वहां के कानून को तसलीम करो.

ये भी पढ़ें:-नरसिंहानन्द के खिलाफ हिन्दू-मुसलमानों ने किया प्रदर्शन, जलाया पुतला

नई दिल्ली: मुफ्ती कासिम कासमी ने ओखला से विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के जरिए पैगंबर मोहम्मद के लिए अपमानजनक भाषा इस्तेमाल करने वाले महंत के खिलाफ किए गए ट्वीट और FIR के लिए उनका समर्थन किया. साथ ही कहा कि अमानतुल्लाह ने इश्क रसूल का मुजाहिरा करते हुए सिर्फ अपने जज्बात की नहीं, बल्कि पूरी उम्मत ए मुस्लिमा के जज्बात की तर्जुमानी की है.

वीडियो रिपोर्ट.
उन्होंने कहा कि सियासत के मैदान में होते हुए बहुत कम लोग ही ऐसे कदम उठाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा धर्म ये सिखाता है कि किसी धर्म को या उसके पेशवा को बुरा न कहो और अपने धर्म के पेशवा से मोहब्बत करो. ये भी पढ़ें:-आप विधायक ने एलजी को सौंपा ज्ञापन, डासना के महंत के खिलाफ कार्रवाई की मांग

उन्होंने कहा कि अमानतुल्लाह खान ने जो कहा वो बिल्कुल सही कहा कि अगर यहां इस्लामी कानून होता, तो उसकी सजा वही होती जो अमानतुल्लाह खान ने कही है, लेकिन हमारे इस्लाम ने हमें ये भी सिखाया है कि जिस देश में रहो, उसके संविधान को मानो और वहां के कानून को तसलीम करो.

ये भी पढ़ें:-नरसिंहानन्द के खिलाफ हिन्दू-मुसलमानों ने किया प्रदर्शन, जलाया पुतला

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.