नई दिल्ली: मुफ्ती कासिम कासमी ने ओखला से विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के जरिए पैगंबर मोहम्मद के लिए अपमानजनक भाषा इस्तेमाल करने वाले महंत के खिलाफ किए गए ट्वीट और FIR के लिए उनका समर्थन किया. साथ ही कहा कि अमानतुल्लाह ने इश्क रसूल का मुजाहिरा करते हुए सिर्फ अपने जज्बात की नहीं, बल्कि पूरी उम्मत ए मुस्लिमा के जज्बात की तर्जुमानी की है.
उन्होंने कहा कि अमानतुल्लाह खान ने जो कहा वो बिल्कुल सही कहा कि अगर यहां इस्लामी कानून होता, तो उसकी सजा वही होती जो अमानतुल्लाह खान ने कही है, लेकिन हमारे इस्लाम ने हमें ये भी सिखाया है कि जिस देश में रहो, उसके संविधान को मानो और वहां के कानून को तसलीम करो.
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