नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार दीपावली को देखते हुए कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में चार दिवसीय लेजर शो का आयोजन करने जा रही है. कनॉट प्लेस के दुकानदार इस बात का जमकर विरोध कर रहे हैं. दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर पोस्टर चस्पा कर विरोध कर रहे हैं. इस मामले को लेकर दुकानदारों का कहना है कि एक ओर इससे हमें आर्थिक नुकसान पहुंचेगा, वहीं दूसरी ओर कनॉट प्लेस की सुरक्षा में भी सेंध लग सकती है.
आखिर क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए केजरीवाल सरकार लेजर शो का आयोजन कनॉट प्लेस स्थित सेंट्रल पार्क में करने जा रही हैं. इस शो में लेजर लाइट के जरिए पटाखों का आनंद लिया जा सकेगा. लेकिन अहम बात यह है कि सरकार ने इस शो के दरमियान सभी पार्किंग को बंद करने का भी आदेश दिया है. इस बाबत कनॉट प्लेस के दुकानदार भड़क गए हैं और उनकी मांग है कि यहां पर लेजर शो नहीं होने दिया जाएगा.
'सरकार करना चाहती है आर्थिक नुकसान'
कनॉट प्लेस मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने बताया कि हमारा विरोध लेजर शो को लेकर नहीं है. लेकिन लेजर शो से पार्किंग व्यवस्था को बंद करने से है. उनका मानना है कि अगर पार्किंग बंद कर दी जाएगी तो उससे यहां आने वाले ग्राहकों पर खासा असर पड़ेगा.इसका सीधा असर दुकानदारी पर होगा. उनका कहना है कि कनॉट प्लेस एक कमर्शियल सेंटर ना कि कल्चरल सेंटर. ऐसे में जरूरी है कि केजरीवाल सरकार इस बात को पर संज्ञान ले, जिससे कि दुकानदारों पर आर्थिक असर भी ना पड़े.
सुरक्षा में भी लग सकती है सेंध
प्रेसिडेंट अतुल भार्गव का कहना है कि हर बार दिवाली के मौके पर सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली पुलिस सभी मेट्रो स्टेशनों को बंद कर देती है और यहां रूट भी डाइवर्ट किया जाता है. उन्होंने कहा कि एक ओर जहां दिल्ली पुलिस सुरक्षा को लेकर यहां पर इंतजाम करती है. वहीं दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल खुद यहां पर लोगों को इनवाइट कर रहे हैं. ऐसे में यहां की जो भीड़ होगी, वह कहीं ना कहीं सुरक्षा पर भी सेंध लगा सकती है.
वहीं कनॉट प्लेस के दुकानदार अतुल गुप्ता का कहना है कि हमारी केजरीवाल से यही गुजारिश है कि वह दुकानदारों के भले में सोचते हुए ही उचित फैसला लें. कनॉट प्लेस में इस तरह के प्रोग्राम होना एक और जहां दुकानदारों पर असर करेगा. तो वहीं दूसरी ओर सुरक्षा में भी सवाल खड़ा हो सकता है.