नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद खास माना गया है. हिंदू पंचांग का यह 5वां महीना भोलेनाथ को समर्पित होता है. भगवान शिव के भक्तों के लिए पूरा महीना खास होता है. सावन का महीना शुरू होने के बाद कावड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है. कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद में कांवड़ियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो उसको मद्देनजर रखते हुए गाजियाबाद में जिला प्रशासन ने इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम की शुरुआत की गई है. जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने मेरठ चौराहे पर कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया.
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि कांवड़ यात्रा को सकुशलपूर्वक सम्पन्न कराना हमारी प्राथमिकता है. इस कंट्रोल रूम में सुरक्षा के दृष्टिकोण से 250 कैमरे लगाये गए हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल फोर्स तैनात की गई है. नगर निगम को साफ सफाई, पेयजल व्यवस्था तथा प्रकाश व्यवस्था को सुचारू रूप करने के लिए निर्देशित किया गया है. पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष कांवड़ यात्रा और भव्य होगी.
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कांवड़ यात्रा के दौरान मुरादनगर गंगनहर घाट, दूधेश्वर नाथ मंदिर, दिल्ली गेट स्तिथ देवी मंदिर, सुराना शिव मंदिर समेत आदि मंदिरों पर बड़ी संख्या में कांवड़िए पहुंचते हैं. कांवड़ यात्रा के दौरान गाजियाबाद में 12 से 15 लाख कांवड़ियों के पहुंचने का अनुमान है. कांवड़ मार्ग पर नगर निकाय द्वारा 150 से अधिक स्वच्छ पीने के टैंकरों की व्यवस्था की गई है. कांवड़ मार्ग पर 29 एंबुलेंस, पैरामेडिकल स्टाफ सहित ढाई सौ चिकित्सक तैनात किए गए हैं. कांवड़ मार्ग पर नगर निकाय और संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा 5 फुट की ऊंचाई तक बिजली के खंभों को प्लास्टिक शीट से इंसुलेट किया गया है.
जिलाधिकारी ने बताया कि कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 11 जोनल मजिस्ट्रेट और 24 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए गंग नहर पुल पर 7 गोताखोरों और 2 नावों की व्यवस्था की गई है. इसके साथ एनडीआरएफ के जवान भी तैनात किए गए हैं.
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