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बंगाल का बवाल: डॉक्टर्स की हड़ताल का नहीं निकला हल, राजघाट पर धरना-प्रदर्शन - rajghat

हड़ताली डॉक्टर्स की मांग है कि जब तक पश्चिम बंगाल में सभी डॉक्टर्स को पूर्ण रूप से सुरक्षा नहीं मिल जाती, तब तक उन लोगों की हड़ताल जारी रहेगी. इनकी ये भी मांग है कि केंद्र सरकार बकायदा एक ऐसा कानून लाए जिसके तहत डॉक्टर्स की सुरक्षा का प्रावधान किया जाए.

राजघाट पर डॉक्टर्स का धरना
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Published : Jun 17, 2019, 6:59 PM IST

Updated : Jun 17, 2019, 11:06 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी में डॉक्टर्स की हड़ताल जारी है. लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल, जी बी पंत और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टर्स ने राजघाट पर धरना प्रदर्शन किया. सभी डॉक्टरों ने अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया.

राजघाट पर डॉक्टर्स का प्रदर्शन

कानून लाने की उठी मांग

हड़ताली डॉक्टर्स की मांग है कि जब तक पश्चिम बंगाल में सभी डॉक्टर्स को पूर्ण रूप से सुरक्षा नहीं मिल जाती, तब तक उन लोगों की हड़ताल जारी रहेगी. इनकी ये भी मांग है कि केंद्र सरकार बकायदा एक ऐसा कानून लाए जिसके तहत डॉक्टर्स की सुरक्षा का प्रावधान किया जाए.

'सरकार डॉक्टर्स को सुरक्षा मुहैया कराए'

रेजिडेंशियल डॉक्टर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि आज सभी डॉक्टर एक साथ राजघाट पर हिंसा के विरोध में उतरे हैं. सभी डॉक्टर्स अपने लिए एक सुरक्षित वातावरण चाहते हैं. डॉक्टर्स ने केंद्र सरकार से मांग की है कि उनकी सुरक्षा के लिए बकायदा कानून लाकर नया प्रावधान किया जाए.

hundred of doctors protest at rajghat demanding security
राजघाट पर डॉक्टर्स का धरना

हर रोज इलाज को तरस रहे हजारों मरीज
पूरे देश भर में डॉक्टर्स की हड़ताल को 6 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. ऐसे में हर दिन हजारों मरीज इलाज के लिए तरस रहे हैं. एलएनजेपी अस्पताल में ही रोजाना 10 हजार मरीज ओपीडी में आते हैं लेकिन उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा है. कुछ इसी तरह के आंकड़े राजधानी दिल्ली के दूसरे सरकारी अस्पतालों के भी हैं. ऐसा लग रहा है कि अगर डॉक्टर्स की इस हड़ताल का जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया तो हालात बिगड़ सकते हैं.

hundred of doctors protest at rajghat demanding security
प्रदर्शन करती एक महिला डॉक्टर

डॉक्टरों ने दो मिनट का मौन भी रखा

पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरोध में राजधानी दिल्ली में रेजिडेंशियल डॉक्टर एसोसिएशन के तमाम डॉक्टर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं. डॉक्टर्स ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया जब तक पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स की मांगें पूरी नहीं हो जाती और उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं कर दिए जाते, तब तक हम लोग इसी तरह से धरने पर बैठे रहेंगे.

राजघाट पर डॉक्टर्स ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा का विरोध काली पट्टी बांधकर किया और 2 मिनट का मौन भी रखा.

नई दिल्ली: राजधानी में डॉक्टर्स की हड़ताल जारी है. लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल, जी बी पंत और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टर्स ने राजघाट पर धरना प्रदर्शन किया. सभी डॉक्टरों ने अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया.

राजघाट पर डॉक्टर्स का प्रदर्शन

कानून लाने की उठी मांग

हड़ताली डॉक्टर्स की मांग है कि जब तक पश्चिम बंगाल में सभी डॉक्टर्स को पूर्ण रूप से सुरक्षा नहीं मिल जाती, तब तक उन लोगों की हड़ताल जारी रहेगी. इनकी ये भी मांग है कि केंद्र सरकार बकायदा एक ऐसा कानून लाए जिसके तहत डॉक्टर्स की सुरक्षा का प्रावधान किया जाए.

'सरकार डॉक्टर्स को सुरक्षा मुहैया कराए'

रेजिडेंशियल डॉक्टर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि आज सभी डॉक्टर एक साथ राजघाट पर हिंसा के विरोध में उतरे हैं. सभी डॉक्टर्स अपने लिए एक सुरक्षित वातावरण चाहते हैं. डॉक्टर्स ने केंद्र सरकार से मांग की है कि उनकी सुरक्षा के लिए बकायदा कानून लाकर नया प्रावधान किया जाए.

hundred of doctors protest at rajghat demanding security
राजघाट पर डॉक्टर्स का धरना

हर रोज इलाज को तरस रहे हजारों मरीज
पूरे देश भर में डॉक्टर्स की हड़ताल को 6 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. ऐसे में हर दिन हजारों मरीज इलाज के लिए तरस रहे हैं. एलएनजेपी अस्पताल में ही रोजाना 10 हजार मरीज ओपीडी में आते हैं लेकिन उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा है. कुछ इसी तरह के आंकड़े राजधानी दिल्ली के दूसरे सरकारी अस्पतालों के भी हैं. ऐसा लग रहा है कि अगर डॉक्टर्स की इस हड़ताल का जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया तो हालात बिगड़ सकते हैं.

hundred of doctors protest at rajghat demanding security
प्रदर्शन करती एक महिला डॉक्टर

डॉक्टरों ने दो मिनट का मौन भी रखा

पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरोध में राजधानी दिल्ली में रेजिडेंशियल डॉक्टर एसोसिएशन के तमाम डॉक्टर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं. डॉक्टर्स ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया जब तक पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स की मांगें पूरी नहीं हो जाती और उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं कर दिए जाते, तब तक हम लोग इसी तरह से धरने पर बैठे रहेंगे.

राजघाट पर डॉक्टर्स ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा का विरोध काली पट्टी बांधकर किया और 2 मिनट का मौन भी रखा.

Intro:राजघाट नई दिल्ली

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर डॉक्टर्स ने दर्ज कराया अपना विरोध, सम्पूर्ण सुरक्षा मिलने तक रहेंगे हड़ताल पर सिर्फ इमरजेंसी और कैजुअल्टी में होगा काम , केंद्र को को बनाना होगा डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए एक नया कानून, सैकड़ों की संख्या में डॉक्टर्स ने किया विरोध प्रदर्शन


Body:राजघाट पर डॉक्टर्स का विरोध प्रदर्शन
उत्तरी दिल्ली के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक लोक नायक जयप्रकाश हस्पताल जी बी पंत और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टर्स ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरोध में आज राजघाट पर धरना प्रदर्शन किया जिसमें सभी डॉक्टर्स ने अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया डॉक्टर्स की मांग है कि जब तक पश्चिम बंगाल में सभी डॉक्टर्स को पूर्ण रूप से सुरक्षा नहीं मिल जाती तब तक उन लोगों की हड़ताल जारी रहेगी साथ ही केंद्र सरकार बकायदा एक ऐसा कानून लाए जिसके तहत डॉक्टर्स की सुरक्षा का प्रावधान किया जाए

सरकार को देनी होगी डॉक्टर्स को सुरक्षा
रेजिडेंशियल डॉक्टर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि आज सभी डॉक्टर एक साथ राजघाट पर पश्चिम बंगाल में हुई डिक्टर्स के साथ हुई हिंसा के विरोध में उतरे हैं सभी डॉक्टर्स अपने लिए एक सिक्योर इन्वायरमेंट चाहते हैं जहां वह काम कर सके और पेशेंट्स को देख सके जिसके लिए डॉक्टर्स ने केंद्र सरकार से मांग की है कि उनकी सुरक्षा के लिए बकायदा कानून लाकर नया प्रावधान किया जाए

रोजाना हजारों मरीजों को हो रही है तकलीफ
पूरे देश भर में डॉक्टर्स की हड़ताल को लगभग 6 दिन पूरे हो चुके हैं ऐसे में जो मरीज हैं उनकी ऊपर इसका सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ रहा है अकेले एलएनजेपी में रोजाना 10000 मरीज ओपीडी में आते हैं इलाज के लिए लेकिन उन्हें मायूस होकर जाना पड़ता है कुछ इसी तरह के आंकड़े राजधानी दिल्ली के दूसरे सरकारी अस्पतालों के भी हैं अगर डॉक्टर्स की इस हड़ताल का सरकार ने जल्दी समाधान नहीं निकाला तो यह समस्या एक भयावह रूप भी धारण कर सकती है।


Conclusion:कुल मिलाकर देखा जाए तो पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरोध में राजधानी दिल्ली में रेजिडेंशियल डॉक्टर एसोसिएशन के तमाम डॉक्टर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं डॉक्टर्स ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया जब तक पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स की मांगे पूरी नहीं हो जाती और उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं कर दिए जाते तब तक हम लोग इसी तरह से धरने पर बैठे रहेंगे आपको बता दें कि राजघाट पर आज डॉक्टर ने शांतिपूर्ण तरीके से पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा का विरोध काली पट्टी बांधकर किया और इस पूरी घटना के विरोध में 2 मिनट का मौन भी रखा डॉक्टर्स की सीधे तौर में मांग है कि केंद्र सरकार एक ऐसा नया कानून बनाए जिसके अंतर्गत डॉक्टर्स की सुरक्षा का बकायदा प्रावधान हो
Last Updated : Jun 17, 2019, 11:06 PM IST
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