नई दिल्ली: दिल्ली में दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. वहीं दिल्ली के मिनी बंगाल सीआर पार्क में इस बार की दुर्गा पूजा बहुत खास है. इस बार दुर्गा मां के स्वागत की तैयारियां कुछ इस तरह की जा रही हैं, जिससे धरती मां का भी संरक्षण किया जा सके. इस बार केवल मूर्तियों और पंडाल की सजावट ही नहीं बल्कि प्रसाद वितरण के बर्तन भी इको फ्रेंडली रखे जा रहे हैं.
पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर मनाई जाने वाली दुर्गा पूजा को लेकर सीआर पार्क के बी ब्लॉक पूजा समिति के सदस्य तमल रक्षित ने ईटीवी भारत से बाच की. उन्होंने बताया कि हर बार पूजा के पंडाल लोहे से निर्मित किए जाते थे. इसके अलावा मूर्तियां और प्रसाद वितरण के लिए भी प्लास्टिक और थेर्मोकोल के बर्तन इस्तेमाल किये जाते थे, जिनसे वातावरण को काफी नुकसान होता था.
ताकि नाराज ना हो प्रकृति
इस बार कई पूजा पंडालों ने प्रदूषण मुक्त सामान इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है. तमल रक्षित ने बताया कि गत वर्ष तक प्रसाद वितरण के लिए थेर्मोकोल की प्लेट और प्लास्टिक के चम्मच आदि का इस्तेमाल किया जाता था, जिसे डिस्पोज करने से वातावरण प्रदूषित होता था. वहीं इस बार सभी पंडालों की पूजा समितियों ने प्लास्टिक और थेर्मोकोल की जगह बगास की पत्तल इस्तेमाल करने का फैसला लिया है.
'पर्यावरण संरक्षण ज्यादा जरूरी'
तमल रक्षित ने बताया कि इको फ्रेंडली सामान इस्तेमाल करने के कारण इस बार का बजट गत वर्ष से लगभग दोगुना हो गया है. उन्होंने कहा कि बाकी पंडालों की पूजा समितियों के लोगों को भी यही समझाया गया कि खर्चे में तो किसी भी जगह कटौती की जा सकती है, लेकिन महत्वपूर्ण है पर्यावरण को संरक्षित करना. साथ ही उन्होंने बताया कि इस बार पूजा के दौरान जो भी फूल और बेल पत्र इस्तेमाल होंगे, उन्हें भी विसर्जित करने की जगह रिसायकल किया जाएगा.