नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए वर्ष 2023 नियुक्तियों और नए कार्यक्रम शुरू करने को लेकर खास रहा. अब 2024 में डीयू का निर्माण कार्यों को शुरू कराने पर जोर रहने वाला है. डीयू कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने 2023 में अनेकों नवनिर्माण शुरू किए थे. कुछ कार्यों में विभिन्न एजेंसियों की अप्रूवल के कारण कुछ विलंब हुआ. उन्होंने कहा कि नवनिर्माण और ढांचागत सुविधाओं के सुधारों के मामले में डीयू के लिए वर्ष 2024 काफी अच्छा रहने वाला है.
2024 में डीयू के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि पूर्वी परिसर के निर्माण कार्य का शुभारंभ रहेगा. यह शुभारंभ अप्रैल में शुरू किया जाएगा. यह परिसर डीयू के उत्तरी परिसर और दक्षिणी परिसर के बाद एक तीसरा नया परिसर होगा, जिससे यमुना पार इलाके में स्थित कॉलेजों को इससे संबद्ध किया जाएगा. ऐसा होने से यमुनापार के कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए छात्रों की डिमांड भी बढ़ने की संभावना है, क्योंकि अभी तक छात्रों का सबसे ज्यादा रुझान डीयू के उत्तरी परिसर से संबंधित कॉलेजों में दाखिला लेने का रहता है.
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इसके बाद दूसरे नंबर पर दक्षिणी परिसर के कॉलेजों का नंबर आता है. हमेशा से ही डीयू के उत्तरी और दक्षिणी परिसर के कॉलेजों में छात्रों का सबसे अधिक रुझान दाखिले के लिए रहता है. डीयू के स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए प्रतिवर्ष देश भर से लाखों छात्र आवेदन करते हैं, जिनमें से 70 हजार सीटों पर दाखिला होता है. इसके अलावा स्नातकोत्तर में 14 हजार से ज्यादा दाखिले होते हैं. इस तरह डीयू में प्रतिवर्ष करीब 85 हजार नए छात्र दाखिल होते हैं.
डीयू के पूर्व कार्यवाहक कुलपति रहे प्रो. पीसी जोशी ने बताया कि पूर्वी परिसर का निर्माण काफी समय से लंबित था. यह फंड के इंतजार में रुका हुआ था. अब फंड मिल गया है तो निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए जमीन का आवंटन उनके समय में ही देश साल पहले हो गया था. पूर्वी परिसर के निर्माण से उत्तरी परिसर में दाखिले के लिए छात्रों की जो ज्यादा मांग रहती है वह कम होगी.
डीयू में इस साल शुरू होने वाले निर्माण कार्य
- निर्माण कार्यों के लिए स्वीकृत हुई राशि कुल राशि 1631 करोड़ रूपये.
- पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार में विश्वविद्यालय के पूर्वी परिसर के निर्माण के लिए स्वीकृत राशि 226 करोड़ रूपये
- द्वारका में शैक्षणिक ब्लॉक के निर्माण सहित अनेकों नव निर्माण कार्यों के लिए स्वीकृत राशि 95 करोड़ रूपये
- इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (आईओई) की नई बिल्डिंग के लिए स्वीकृत राशि 330 करोड़ रूपये
- आईओई हॉस्टल के लिए स्वीकृत राशि 289.61 करोड़ रुपये
- कंप्यूटर सेंटर निर्माण के लिए स्वीकृत राशि 87 करोड़ रूपये
- लाइब्रेरी विस्तार के लिए स्वीकृत राशि 110 करोड़ रूपये
- फैक्लटी ऑफ टैक्नॉलोजी के लिए स्वीकृत राशि 195 करोड़ रूपये
- दिल्ली स्कूल ऑफ इक्नॉमिक्स के दो नए शैक्षणिक खंडों के निर्माण के लिए स्वीकृत राशि 195 और 201 करोड़ रूपये
- विभिन्न स्थानों पर रिनोवेशन आदि के लिए स्वीकृत राशि 25.4 करोड़ रूपये
डीयू ने 33 एमओयू साइन किए: कुलपति ने अनुसंधान के आंकड़े साझा करते हुए बताया कि 2023 के दौरान स्कोपस इंडेक्स्ड जर्नल्स में शोध प्रकाशनों में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस अवधि के दौरान कम से कम 11 पेटेंट स्वीकृत/प्रकाशित किये गये हैं. यही नहीं, विश्वविद्यालय का एच-इंडेक्स 230 से बढ़कर 268 हो गया है जो हमारे संकाय सदस्यों द्वारा अनुसंधान की बढ़ी हुई गुणवत्ता को दर्शाता है. उन्होने बताया कि 2023 में डीयू ने विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ 33 एमओयू साइन किए हैं. जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 18 थी.
डीयू के कुलपति ने जताया आभार: इन सभी उपलब्धियों के लिये कुलपति ने भारत सरकार सहित यूनिवर्सिटी कोर्ट, कार्यकारी परिषद, अकादमिक परिषद, वित्त समिति तथा विभिन्न अन्य वैधानिक एवं गैर-सांविधिक समितियों के सभी सदस्यों एवं विश्वविद्यालय के सभी अधिकारियों, शिक्षकों तथा कर्मचारियों का आभार जताते हुए सभी को हार्दिक बधाई भी दी. इसके साथ ही उन्होंने वर्ष 2024 के लिये लक्ष्य निर्धारित करने पर भी जोर दिया. उन्होंने नए वर्ष पर सभी से आह्वान किया कि आज के दिन हम निर्णय लें कि केवल अच्छा सोचें और सबका सोचें.
डीयू द्वारा 5979 प्रमोशन: वर्ष 2023 में डीयू द्वारा कुल 5979 प्रमोशन की गई. इनमें से विभिन्न कॉलेजों में कुल 5864 प्रमोशन हुई जिनमें 3796 आसिस्टेंट प्रोफेसर, 1402 एसोसिएट प्रोफेसर और 666 प्रोफेसरों को प्रमोट किया गया. विश्वविद्यालय के विभागों में कुल 115 प्रमोशन हुई जिनमें 54 आसिस्टेंट प्रोफेसर, 22 एसोसिएट प्रोफेसर, 21 प्रोफेसर और 18 सीनियर प्रोफेसरों को प्रमोट किया गया. कुलपति ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023 में शिक्षक भर्तियों पर भी पूरा ज़ोर रहा. विभिन्न कॉलेजों और विभागों में आसिस्टेंट प्रोफेसर और प्रिंसिपल व निदेशकों सहित कुल 3716 नई नियुक्तियां की गई. विश्वविद्यालय और कॉलेजों द्वारा गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति और पदोन्नति बारे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 2023 में 619 एमएसीपी केस, 117 नियुक्तियां और 468 प्रमोशन किए गए.