नई दिल्ली: बजट पर हर वर्ग के लोगों की नजर रहती है. बजट के बाद कोई खुश तो कोई नाखुश नजर आता है. चांदनी चौक के भगीरथ पैलेस के व्यापारी बजट से नाराज हैं. उनके अनुसार सरकार ने नाम बड़े और दर्शन छोटे जैसा बजट पेश किया है.
जानिए आखिर क्यों हैं व्यापारी निराश !
मोदी सरकार के बजट से व्यापारियों को बड़ी आस थी. व्यापारियों की मानें तो बजट में गरीबों के लिए घोषणा की पर व्यापारियों के लिए किसी योजना का जिक्र नहीं है.
बता दें की नोटबंदी और जीएसटी से छोटे व्यापारियों को नुकसान हुआ था. जिसके बाद व्यापारियों को ये आशा थी कि इस बार बजट के पिटारे से कुछ फायदा होगा पर ऐसा कुछ नहीं हुआ.
'मोदी सरकार 2.0 का बजट औसतन'
भगीरथ पैलेस मार्किट के अध्यक्ष भरत अहूजा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि मोदी सरकार का बजट बेहद औसतन है. एक करोड़ का लोन एक घंटे में मिल जाएगा यह एक राहत की बात जरुर है. इससे नए व्यापारियों को फायदा होगा पर पुराने व्यपारियों को लोन मिलने में दिक्कत होगी.
वहीं दूसरी तरफ युवा व्यापारी वर्ग के व्यापारी ने स्टार्टअप के लिए मोदी सरकार की नई नीति का स्वागत किया और कहा इस तरह की नीतियों का आना जरूरी है. जिससे न सिर्फ देश में नए स्टार्टअप्स शुरू होंगे बल्कि रोजगार भी बढ़ेगा.
कुल मिलाकर देखा जाए तो व्यापारियों की बातचीत से साफ है कि बजट से व्यापारी वर्ग को निराशा हाथ लगी है. हालांकि कुछ घोषणाएं व्यापारी वर्ग के लिए हुई तो जरूर है लेकिन उसका कितना फायदा व्यापारियों को मिलेगा यह तो वक्त ही बताएगा.