नई दिल्ली: हाईकोर्ट ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती के 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है. कोर्ट ने याचिकाकर्ता को निर्वाचन आयोग जाने की सलाह दी.
'इनके बयान संविधान के खिलाफ'
याचिका एक वकील संजीव कुमार ने दायर की थी. याचिका में कहा गया है कि इन नेताओं के बयान संविधान के खिलाफ हैं इसलिए इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए. याचिका में कहा गया था कि इनकी पार्टियों नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी पर भी लोकसभा चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए.
'देश की अखंडता को बर्बाद कर रहे'
याचिका में कहा गया था कि इन नेताओं पर भारतीय दंड संहिता के तहत राजद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए. इन नेताओं को अगर चुनाव लड़ने की अनुमति दी गई तो ये लोकतंत्र का मजाक होगा. याचिका में कहा गया था कि ये नेता दो प्रधानमंत्री की मांग कर देश की अखंडता को बर्बाद करना चाहते हैं.