नई दिल्लीः कोरोना के मुद्दे पर सोमवार को जब बीजेपी विधायक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने और अपनी बात रखने के लिए उनके निवास पर पहुंचे तो मुख्यमंत्री ने मिलने से मना कर दिया. जिसके बाद नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के नेतृत्व में सभी विधायक मुख्यमंत्री कार्यालय में ज्ञापन देकर लौट आए.
भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक ज्ञापन सौंपकर आग्रह किया कि दिल्ली सरकार राजधानी में कोरोना से हुई मौतों की सही-सही संख्या जनता को बताएं विधायकों ने दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, अंबेडकर स्टेडियम और छत्रसाल स्टेडियम में अस्थायी अस्पताल बनाने की सलाह भी दी.
लोगों को राशन नहीं मिलने की शिकायत
ज्ञापन में कहा गया है कि राशन की दुकानों व अन्य चिन्हित केंद्रों पर 15-20 दिनों से राशन नहीं पहुंचने के कारण गरीब लोगों को राशन नहीं मिल रहा. वे इन दुकानों के चक्कर काट रहे हैं. इसी प्रकार विधायकों ने पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाने के निर्णय को गलत ठहराते हुए इसे वापस लेने की मांग भी की.
शराब की दुकानें बंद करने की मांग
ज्ञापन में कहा गाया है कि सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करते हुए शराब की होम डिलीवरी शुरू करानी चाहिए. इसके अलावा यह मांग भी की गई है कि सरकार तीनों नगर निगमों को उनके बकाए का भुगतान कर दें. जिससे डॉक्टरों, नर्सों, मलेरिया विभाग के कर्मचारियों, माली, सफाई कर्मचारी आदि अन्य तमाम कोरोना योद्धाओं को वेतन दिया जा सके.
कोरोना वॉरियर्स को मुआवजा देने की मांग
भाजपा विधायकों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिसकर्मी अमित कुमार, एक शिक्षिका और दो सफाई कर्मचारियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए तथा उनके परिवार में एक-एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग भी की.